कोटा जिला में इन colleges में प्रवेश प्रक्रिया शुरू होने के बाद भी न है भवन न ही शिक्षक नई दिल्ली में सोमवार को आयोजित एनटीसीए की बैठक में प्रदेश के चीफ वाइल्ड लाइफ वार्डन जी.वी.रेड्डी, मुकुन्दराहिल्स टाइगर रिजर्व के फील्ड ऑफिसर मुख्य वन संरक्षक घनश्याम शर्मा व उप वन संरक्षक टी मोहन राज, ने भाग लिया। बैठक में Mukundara hills tiger reserve kota के दरा में बाघ को शिफ्ट करने के विवाद पर चर्चा हुई। रेड्डी ने एनटीसीए को बताया कि सेल्जर क्षेत्र में बाघ शिफ्ट करने में समस्या आ रही थी। ग्रामीण भी विरोध कर रहे थे और जंगल छोडऩे को तैयार नहीं थे। ऐसे में बाघों को दरा इलाके में छोडऩे की योजना बनानी पड़ी। जहां बाघ की सुरक्षा के लिए एनक्लोजर आदि बनाए गए। इससे एनटीसीए सहमत हो गया और दो बाघिनों को इस टाइगर रिजर्व में छोडऩे की मंजूरी दे दी।
सरकार का महत्वकांक्षी परियोजना
राज्य सरकार के लिए कोटा, झालावाड़ और बंूदी जिले से जुड़े मुकुंदरा टाइगर रिजर्व में बाघों को शिफ्ट करने की परियोजना अहम है। मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे के गृह जिला झालावाड़ इसमें शामिल होने के चलते वन विभाग के अधिकारी जल्द से जल्द इसमें बाघ शिफ्ट करना चाहते हैं।
राज्य सरकार के लिए कोटा, झालावाड़ और बंूदी जिले से जुड़े मुकुंदरा टाइगर रिजर्व में बाघों को शिफ्ट करने की परियोजना अहम है। मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे के गृह जिला झालावाड़ इसमें शामिल होने के चलते वन विभाग के अधिकारी जल्द से जल्द इसमें बाघ शिफ्ट करना चाहते हैं।
आपातकाल का विरोध करने वालों को मिली थी रूह कंपा देने वाली सजा अब बाघिनों का करेंगे चयन एनटीसीए की बैठक में आज दो बाघिनों को Mukundara hills tiger reserve kota में शिफ्ट करने की मंजूरी मिल गई है। अब बाघिनों का चयन कर इस कार्य को पूरा किया जाएगा।चीफ वाइल्ड लाइफ वार्डन राजस्थान जी.वी.रेड्डी के अनुसार यह महत्वपूर्ण नहीं है कि कौनसी बाघिनों को मुकुन्दरा हिल्स में छोड़ा जाएगा, यह महत्वपूर्ण है कि बाघ के शिफ्टिंग को हरी झंडी मिल गई ।