तस्कर पंजाब, हरियाणा और चंडीगढ़ सहित अन्य शहरों में ऑर्डर मिलने पर मादक पदार्थ की आपूर्ति करते थे। ये
तस्कर पंजाब के जालंधर के पास पट्टी गांव में ठहरते थे। पंजाब में जिनके लिए माल की आपूर्ति करते थे उनके प्रतिनिधि इसी जगह मिलते और अपना माल ले जाते थे।
इसके अलावा रास्ते में वाहन का इंतजार कर रहे पुलिसकर्मी को लिफ्ट देकर चलते थे ताकि रास्ते में या नाकाबंदी के दौरान वाहन की जांच नहीं हो। वे हाईवे पर चलतने से पहले ऐसे पुलिसकर्मियों की तलाश में रहते थे जो वाहनों का इंतजार करते रहते थे। पुलिस ने तस्करी के आरोप में त्रिलोकचंद (35), परवेज मोहम्मद (56) और सरफराज (34) को गिरफ्तार किया है।
ये तस्करी के लिए उपयोग में लग्जरी कार का उपयोग करते थे। रामगंजमंडी क्षेत्र में तस्करी सक्रिय होने की सूचना पर अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक पारस जैन के निर्देशन में पुलिस की टीम गठित की गई। इसके बाद बुधवार को नाकाबंदी करके तीनों आरोपियों को 9 किलो अफीम के साथ गिरफ्तार कर लिया।
कार में बना रखी थी खास जगह पूछताछ में यह बात भी सामने आई है कि तस्करों ने मादक पदार्थ छिपाने के लिए कार के गेट के नीचे हिस्से को काटकर बॉक्स बना रखा था, ताकि गाड़ी की जांच में माल नहीं पकड़ा जा सके। इस बॉक्स में माल भरने के बाद वापस वेल्डिंग कर देते थे।
गिरफ्तार तस्करी के आरोपियों से पूछताछ में पता चला है कि आरोपी प्राइवेट एजेंसी की तरह ऑर्डर लेकर मादक पदार्थ की पंजाब में सप्लाई करते थे। इसमें लग्जरी कार का उपयोग किया जा रहा था। जिला पुलिस की ओर चलाए जा रहे अभियान के दौरान आरोपी पकड़े गए।
-राजन दुष्यंत, एसपी, कोटा ग्रामीण