अब कोटा के गांवों में ढूंढ़ते रह जाओगे हाथ में लौटा
सफाई श्रमिक लगाने में फर्जीवाड़ा भी उठाया शर्मा ने शहर की सफाई-व्यवस्था और सफाई श्रमिकों का मसला भी उठाया। कहा कि, कचरा प्वाइंट्स से समय पर कचरा नहीं उठता। कचरा परिवहन और वार्डों में सफाई श्रमिक लगाने में गड़बड़ी चल रही है। इसकी जांच करवाई जाए और दोषी अधिकारियों के खिलाफ कार्रवाई करें। शहर में डोर-टू-डोर कचरा संग्रहण योजना लागू हो गई है, लेकिन पर्याप्त सफाई श्रमिक नहीं हैं। सफाई कर्मचारियों की अटकी भर्ती का मार्ग प्रशस्त करें।यूपी-बिहार के लुटेरे कोटा से 27 किलो सोना लूट भारत की राजधानी में कर रहे थे मजे, नं. 1 पुलिस ने दबौचा
स्मार्ट सिटी: ये भी उठाए सवाल – 1387 करोड़ के 26 प्रोजेक्टों पर कार्य होना है। एक वर्ष बीत गया, कार्य गति नहीं पकड़ पाया। – पेयजल, सीवरेज सहित बहुत सारे कार्य अभी टेण्डर प्रक्रिया में ही उलझे हैं।