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कोटा

धरा पर उतरी जो सुनहरी किरण तो श्रद्धा से किया नमन

कोटा. शहर में छठ पर्व हर्षोल्लास के साथ मनाया। व्रतधारियों ने शनिवार की सुबह उगते हुए सूरज को अघ्र्य अर्पित कर सुख समृद्धि की कामना की। विभिन्न क्षेत्रों में स्थित जलाशयों रंगबाड़ी बालाजी मंदिर परिसर, स्टेशन क्षेत्र सकतपुरा, समेत अन्य इलाकों में बिहार क्षेत्र के प्रमुख पर्व की उल्लास नजर आया।
 

कोटाNov 21, 2020 / 02:05 pm

Hemant Sharma

chhath parva-2020 celibration

धरा पर उतरी जो सुनहरी किरण तो श्रद्धा से किया नमन

कोटा. शहर में छठ पर्व हर्षोल्लास के साथ मनाया। व्रतधारियों ने शनिवार की सुबह उगते हुए सूरज को अघ्र्य अर्पित कर सुख समृद्धि की कामना की। विभिन्न क्षेत्रों में स्थित जलाशयों रंगबाड़ी बालाजी मंदिर परिसर, स्टेशन क्षेत्र सकतपुरा, समेत अन्य इलाकों में बिहार क्षेत्र के प्रमुख पर्व की उल्लास नजर आया। विभिन्न जलाशयों पर बड़ी संख्या में श्रद्धालु पूजा अर्चना करने पहुंचे। पर्व की रोनक गत दिनों से ही नजर रही थी, लेकिन 36 घंटे निर्जल व निराहार उपवास के बाद सूर्योदय पर खास उत्साह नजर आया।

सूर्योदय के पहले ही श्रद्धालु जलाशयों पर पहुंच गए, फिर जैसे जैसे भोर हुई व सूरज की सुनहरी किरण धरा पडऩे लगी तो वृतधारियों की बांछें खिल गई। सर्द हवाओं के झोंको के बावजूद वह जलधारा के बीच खड़े हो गए और प्रत्यक्ष सूर्य देव का पूजन करने मेंं जुट गए। क्षेत्र में प्रचलित विभिन्न ठकुआ, कचवनिया व अन्य पकवान, फल, फूल, मेवा मिष्ठानों का सूरज देव को भोग लगाते हुए उन्होंने अघ्र्य अर्पित किया।
चेहरे पर गिरती सुनहरी रश्मियों के संग व्रत धारियों की खुशी,उत्साह व उमंग के साथ त्याग व समर्पण की भावना भी साफ झलक रही थी। देर तक पूजा अर्चना का दौर चलता रहा। इस दौरान जलाशयों पर खुशियों के दीप भी जलाशयों पर झिलमिलाते रहे। पूजा अर्चना करने के बाद शुभकामनाओं का दौर चला। श्रद्धालुओं ने एक दूसरों का यथा उम्र, तथा सम्मान करते हुए आशीर्वाद लिया। इसी के साथ श्रद्धालुओं के 36 घंटे का उपवास व पर्व सम्पन्न हो गया। समापन पर कई लोगों ने दानपुण्य भी किए।

फिजा मेंं घुली विशेष गीतों की मिठास
पूजा-अर्चना के दौरान जलाशयों पर काच्चे ही बांस के बहंगिया,बहंगी लचकत जाए…आठ ही के काठ के कोठरिया हो दीनानाथ रूपे छाने लागल केवाड़…चादर उघारी जब देखले हो दीनानाथ कौन संकट पडल तोहार…,कल है ताहरे बरतिया, दर्शनवा दिवा दिही सूरज देव के ए छठ मईया, करतारनी तौसे इहे अरजिया,उगहो सूरज देव भइल अरघवा देही…केलवा के पात पर उगेहो सूरज देव….छठ मईया देरिया होई जात बा….सरीखे गीतों के बीच क्षेत्र का मधुर संगीत फिजा मेंं घुलता रहा।
समितियां बनी सहयोगी

छठ पूजन के दौरान विभिन्न क्षेत्री की समाज की समितियों ने व्यवस्थाओं में सहयोग किया। जलाशयों पर रात को ठहरे श्रद्धालुओं के लिए टेंट, लाइट की व्यवस्था व मास्क, सेनेटाइज, सोशल डिस्टेंसिंग का ध्यान रखा गया। रंगबाड़ी बालाजी मंदिर परिसर स्थित कुंड पर बिहार समाज विकास समिति रंगबाड़ी योजना के अध्यक्ष जितेन्द्र सिंह,विजेन्द्र गुप्ता,मिथलेश मेहता, कौशल सिंह तथा बिहार समाज विकास समिति महावीर नगर तृतीय के अध्यक्ष अजय गुप्ता,संरक्षक संजय यादव,संदीप गुप्ता,धनजी यादव समेत अन्य पदाधिकारी उपस्थित रहे।
अजय गुप्ता ने बताया कि क्षेत्र मेंं कांदूशाह विकास समिति की ओर से मास्क वितरित किए गए। स्टेशन क्षेत्र बिहार नवयुवक समिति की ओर से विशेष प्रबंध किए। समिति के अध्यक्ष कृष्णकांत मिश्र ने बताया कि श्रद्धालुओं को मास्क वितरित किए, सेनेटाइज का ध्यान रखा गया व सोशल डिस्टेंसिंग की पालना भी करवाई गई।

मिली खुशी तो कोसी भरने की रस्म अदा
कई लोगों ने मन्नतें पूरी होने पर कोसी भरने की रस्म अदा की। श्रद्धालुओं ने बताया कि विवाह, संतान व अन्य मनोकामनाओं को पूरी होने पर खुशी से कोसी भरते हैं। कई लोग दो सूप से अघ्र्य अर्पित करने की भी मन्नत मांगते हैं।
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