यह थी योजना
राज्य सरकार ने 2016-17 के बजट में प्रतिभावान गरीब विद्यार्थियों को निशुल्क कोचिंग देने की घोषणा की थी। उसके तहत 2017-18 में दो साल तक सरकारी स्कूलों में पढऩे वाले 11वीं व 12वीं के मेधावी विद्यार्थी पात्रता रखते थे। सरकार ने कोटा के एलन कॅरियर इंस्टीट्यूट से इस बारे में एमओयू भी किया था। निशुल्क कोचिंग के माध्यम से प्रदेश के 770 स्कूलों के हजारों मेधावी विद्यार्थियों को कोचिंग दी गई। पिछले साल जुलाई में सरकार व इंस्टीट्यूट का एमओयू खत्म होने के बाद दोबारा एमओयू नहीं हुआ।
वर्चुअल क्लास से पढ़ाई
रावतभाटा रोड स्थित डाइट संस्थान में वर्चुअल क्लास बनाई गई है। इसमें लाइव टेलीकास्ट होता था। एलन कॅरियर इंस्टीट्यूट में पीरियड के हिसाब से फिजिक्स, कैमिस्ट्री, बायोलॉजी, मैथ्स की पढ़ाई करवाई जाती थी। कोचिंग संस्थान के शिक्षक डाइट में आकर कोचिंग देते थे। इसका सीधा प्रसारण योजना से जुड़े स्कूलों में किया जाता था। & मुख्यमंत्री नि:शुल्क कोचिंग योजना को फिर से शुरू करने के लिए हमने सरकार को तीन-चार बार पत्र लिख चुके हंै। पिछले दिनों कोटा प्रवास पर आए शिक्षा मंत्री के डाइट दौरे के समय भी हमने उन्हें कोचिंग के बारे में अवगत कराया था। अंतिम निर्णय सरकार के स्तर पर ही होना है।
चारू मित्रा सोनी,
प्राचार्य, डाइट