केएसएसआई अध्यक्ष पर हमला करने के दो आरोपी गिरफ्तार माइक्रो बायोलॉजी विभाग रोजाना 3 हजार से ज्यादा सेम्पलों की जांच कर रहा है। इसमें कोटा जिले के रोजाना करीब 2000, बूंदी के 400, बारां के 500, झालावाड़ के 250 से 500 सेम्पलों की जांच कोटा में की जा रही है। वहां सिर्फ अस्पताल ओपीडी व डेड बॉडी के सेम्पलों की जांचें करवाई जाएगी। बाकी सेम्पल जांच के लिए कोटा आ रहे है।
सहायक वाणिज्यिक कर अधिकारी को पांच वर्ष कठोर कारावास की सजा माइक्रो बायोलॉजी विभाग के विभागध्याक्ष डॉ. घनश्याम सोनी ने बताया कि झालावाड़ मेडिकल कॉलेज की लैब में सेम्पल भी अब कोटा आने लग गए है। इस कारण कोटा की लैब पर भार बढ़ गया है। अब कोटा के साथ झालावाड़, बूंदी, बारां, सवाईमाधोपुर, रावतभाटा के सेम्पलों की जांच मेडिकल कॉलेज में की जा रही है। इस कारण कोटा के सेम्पल रिपोर्ट में देरी हो रही है।