नहीं हुई कोई दिक्कत घरों की बिजली बंद कर दीपक जलाने के आह्वान को लेकर तमाम इलेक्ट्रिसिटी एक्सपर्ट ने लोड डिस्टर्ब होने के कारण फीडर से लेकर ग्रिड तक फेल होने का अंदेशा जताया था, लेकिन कोटा शहर में नौ बजते ही लोगों ने एक-एक कर जैसे ही अपने घरों की बिजली बुझाना शुरू किया और फिर नौ मिनट बाद दोबारा चालू की तो कहीं भी किसी भी तरह का कोई व्यवधान सामने नहीं आया। जेवीवीएनएल के जोनल चीफ इंजीनियर क्षेमराज मीणा ने बताया कि गर्मी बढऩे के कारण घरों पर पंखों से लेकर फ्रीज और दूसरे इलेक्ट्रानिक्स आइटम चालू थे। जिनके चलते बिजली का उपभोग लगातार जारी रहा। जबकि बल्ब और ट्यूबलाइट बुझाने से चौथाई से भी कम लोड गिरा। इसके चलते कहीं कोई ट्रिपिंग जैसी दिक्कत नहीं आई।
अलर्ट रहा अमला एक साथ लोड कम होने और फिर एक साथ बढऩे के कारण फीडर से लेकर ग्रिड फेल होने की चेतावनियों के बीच किसी भी तरह की आपात स्थिति से निपटने के लिए केईडीएल और जेवीवीएनएल का अमला पहले से ही अलर्ट कर दिया गया था। केईडीएल के सीओओ मुकेश गर्ग ने बताया कि सभी जीएसएस और फीडर के घटते बढ़ते लोड की पैनी निगरानी की जा रही थी। केईडीएल ने आपात स्थिति में शहर का लोड डिस्पैच बांटने के लिए गोपाल मिल जीएसएस को हाई अलर्ट पर रखा था, ताकि किसी सकतपुरा जीएसएस पर कोई दिक्कत आती है तो यहां से आपातकालीन विद्युत वितरण की व्यवस्था की जा सके।