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कोटा

बत्तियां बुझते ही 26 मेगावाट गिरा विद्युत भार

कोटा शहर में रात नौ बजे आंका गया 126 मेगावाट इलेक्ट्रिसिटी लोड- नौ मिनट तक करीब 100 मेगावाट ही रही बिजली की खपत, सुचारू रही विद्युत व्यवस्था

कोटाApr 06, 2020 / 07:24 am

shailendra tiwari

बत्तियां बुझते ही 26 मेगावाट गिरा विद्युत भार

बत्तियां बुझते ही 26 मेगावाट गिरा विद्युत भार

कोटा. कोरोना वॉरियर्स का हौसला बढ़ाने के लिए जैसे ही कोटा ने घरों की बत्तियां बुझाकर उम्मीद के दीपक जलाए सकतपुरा और गोपाल मिल जीएसएस पर 26 मेगावाट बिजली का लोड कम हो गया। नौ मिनट तक करीब 100 मेगावाट बिजली की पूरे शहर में खपत रही। इसके बाद फिर जैसे ही लोगों ने घरों के बल्ब और ट्यूबलाइट जलाए कोटा का इलेक्ट्रिसिटी लोड बढ़कर 126 मेगावाट हो गया।
बिजली वितरण कर रही जेवीवीएनएल की फ्रेंचाइजी कंपनी सकतपुरा और गोपाल मिल जीएसएस के जरिए पूरे शहर में विद्युत आपूर्ति करती है। रात नौ बजे पूरे शहर में बिजली की खपत करीब 126 मेगावाट बनी हुई थी, लेकिन जैसे ही प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के आह्वान पर कोरोना वारियर्स का हौसला बढ़ाने के लिए लोगों ने घरों के बल्ब और ट्यूबलाइट बंद कर दीपक जलाना शुरू किया कुछ ही सैकंड में इलेक्ट्रिसिटी लोड 26 मेगावाट तक घट गया।

नहीं हुई कोई दिक्कत

घरों की बिजली बंद कर दीपक जलाने के आह्वान को लेकर तमाम इलेक्ट्रिसिटी एक्सपर्ट ने लोड डिस्टर्ब होने के कारण फीडर से लेकर ग्रिड तक फेल होने का अंदेशा जताया था, लेकिन कोटा शहर में नौ बजते ही लोगों ने एक-एक कर जैसे ही अपने घरों की बिजली बुझाना शुरू किया और फिर नौ मिनट बाद दोबारा चालू की तो कहीं भी किसी भी तरह का कोई व्यवधान सामने नहीं आया। जेवीवीएनएल के जोनल चीफ इंजीनियर क्षेमराज मीणा ने बताया कि गर्मी बढऩे के कारण घरों पर पंखों से लेकर फ्रीज और दूसरे इलेक्ट्रानिक्स आइटम चालू थे। जिनके चलते बिजली का उपभोग लगातार जारी रहा। जबकि बल्ब और ट्यूबलाइट बुझाने से चौथाई से भी कम लोड गिरा। इसके चलते कहीं कोई ट्रिपिंग जैसी दिक्कत नहीं आई।
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अलर्ट रहा अमला

एक साथ लोड कम होने और फिर एक साथ बढऩे के कारण फीडर से लेकर ग्रिड फेल होने की चेतावनियों के बीच किसी भी तरह की आपात स्थिति से निपटने के लिए केईडीएल और जेवीवीएनएल का अमला पहले से ही अलर्ट कर दिया गया था। केईडीएल के सीओओ मुकेश गर्ग ने बताया कि सभी जीएसएस और फीडर के घटते बढ़ते लोड की पैनी निगरानी की जा रही थी। केईडीएल ने आपात स्थिति में शहर का लोड डिस्पैच बांटने के लिए गोपाल मिल जीएसएस को हाई अलर्ट पर रखा था, ताकि किसी सकतपुरा जीएसएस पर कोई दिक्कत आती है तो यहां से आपातकालीन विद्युत वितरण की व्यवस्था की जा सके।

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