Read more : पलायन कर घर आ रहे लोगों की व्यथा, ग्रामीण गांव में रखने को राजी नहीं, बढ़ी मुश्किल उधर, रेलवे अधिकारियों को इसकी सूचना मिली तो वहां हड़कंप मच गया। रेलकर्मी भी संदिग्ध की रिपोर्ट के बारे में जानकारी हासिल करने का प्रयास करते रहे। संदिग्ध रोगी से कुछ दूर रहने वाले एक व्यक्ति ने पत्रिका को बताया कि वह करीब 12-13 पहले आया और वह चिकित्सा विभाग की निगरानी में था। उसे घर में ही आइसोलेट किया गया था। सोमवार शाम को उसके घर फिर चिकित्सा दल आया और पुलिस भी आई। इस बारे में जिला कलक्टर ओम कसेरा ने बताया कि बिना मेडिकल जांच रिपोर्ट के कुछ नहीं कहा जा सकता। उन्होंने लोगों से लॉकडाउन की पालना करने की अपील की है।