बड़ा फैसला : भारतीय खाद्य निगम गेहूं-चावल के लिए अपने गोदाम खोलेगा बिरला ने कहा है कि कोटा शैक्षणिक नगरी है, यहां पर बड़ी संख्या में विद्यार्थी आते हैं। विद्यार्थी शहरवासियों के भरोसे कोटा में रहकर अध्ययन कर रहे हैं, ऐसे में कोचिंग संस्थान व हमारी जिम्मेदारी है कि लॉकडाउन के समय हम इन बच्चों के भोजन सहित आवश्यक सुविधाओं का ध्यान रखें। बिरला ने बताया कि यह बहुत कठिन समय है। कोरोना वायरस को रोकने के लिए जो प्रयास किए जा रहे हैं, उनमें पलायन एक बड़ी चुनौती के रूप में सामने आया है। यदि पलायन के माध्यम से संक्रमण फैलने लगा तो देश में यह एक आपदा का रूप ले सकता है। इसे देखते हुए हम सब को मिलकर प्रयास करने होंगे। बिरला के आह्वान पर झालावाड़ रोड, बारां रोड व बूंदी रोड पर जनसहयोग से नि:शुल्क भोजन की व्यवस्था प्रारंभ कर दी गई।