जीत के अपने-अपने दावे
टिकट मिलने के साथ ही राजनीतिक दलों और नताओं ने अभी से अपनी जीत के दावे करना शुरू कर दिए है। प्रदेश की बात करें तो इस बार भाजपा के लिए 2014 का प्रदर्शन दोहराना एक बड़ी चुनौती होगा । वहीं कांग्रेस के लिए भी स्थिति 2009 जैसी नहीं है।
विधानसभा में जीत से खुलता है लोकसभा का रास्ता
प्रदेश में पुराने ट्रेंड की बात करें तो विधानसभा चुनावों में जीत हासिल करने वाली पार्टी को लोकसभा में भी कामयाबी मिलती है। 2013 में 163 सीट जीतने वाली भाजपा ने 2014 के चुनावों में प्रदेश की सभी 25 सीटों पर जीत हासिल की थी वहीं 2009 में गहलोत सरकार के समय कांग्रेस ने प्रदेश की 25 में से 20 सीटों पर जीत दर्ज की थी ।
प्रदेश में पुराने ट्रेंड की बात करें तो विधानसभा चुनावों में जीत हासिल करने वाली पार्टी को लोकसभा में भी कामयाबी मिलती है। 2013 में 163 सीट जीतने वाली भाजपा ने 2014 के चुनावों में प्रदेश की सभी 25 सीटों पर जीत हासिल की थी वहीं 2009 में गहलोत सरकार के समय कांग्रेस ने प्रदेश की 25 में से 20 सीटों पर जीत दर्ज की थी ।