पहली किस्त के रूप में नगर पालिका अध्यक्ष हेमलता शर्मा के बेटे ने डेढ़ लाख रुपए प्राप्त किए। बकाया राशि में से एक लाख रुपए की रिश्वत लेते नगर पालिका के अधिशासी अधिकारी पंकज कुमार मंगल को एसीबी ने बुधवार देर रात दोस्त के घर से दबोच लिया। रिश्वत प्रकरण में सहयोग करने पर दोस्त और पालिकाअध्यक्ष के बेटे सौरभ शर्मा को भी गिरफ्तार किया गया है।
रात 11 बजे से सुबह 4 बजे तक चली कार्रवाई
एसीबी भ्रष्टाचार के मामले में अक्सर दिन के समय में कार्रवाई करती है, लेकिन यह पहला मामला है, जिसमें एसीबी टीम रात 11 बजे कार्रवाई करने के लिए पहुंची। बुधवार रात को 11 बजे से सुबह 4 बजे तक कार्रवाई चली। सुबह आठ बजे गिरफ्तार किए तीन आरोपितों को ब्यूरो की टीम कोटा ले गई।
यह है मामला
एसीबी कोटा देहात पुलिस निरीक्षक वासुदेव सिंह ने बताया कि रामगंजमंडी निवासी अखिलेश गर्ग ने 16 जुलाई को परिवाद देते हुए बताया था कि उसके भूखंड पर निर्माण कार्य की स्वीकृति की एवज में पालिकाध्यक्ष हेमलता शर्मा के पुत्र सौरभ शर्मा से चार लाख रुपए की रिश्वत की बात हुई थी। उसने डेढ़ लाख रुपए सौरभ शर्मा को दे दिए तो निर्माण स्वीकृति मिल गई। अधिशासी अधिकारी पंकज कुमार मंगल शेष बकाया राशि के लिए उससे बार बार तकाजा करने लगे। राशि नहीं देने पर निर्माणाधीन मकान पर लाल निशान लगा दिया।
एसीबी की टीम ने शिकायत कासत्यापन किया। बुधवार रात 11 बजे अधिशासी अधिकारी पंकज कुमार मंगल के बुलाने पर परिवादी अखिलेश गर्ग सुविधा नगर स्थित आवास पर एक लाख की राशि लेकर पहुंचा। इशारा पाकर जब एसीबी की टीम अंदर पहुंची तो रिश्वत में ली गई एक लाख की रकम को जलाने के आरोप में इसी आवास में रहने वाले भवानीसिंह, अधिशासी अधिकारी पंकज कुमार मंगल व रिश्वत मामले में पालिकाध्यक्ष के पुत्र सौरभ शर्मा की संलिप्ता पाए जाने पर उसे गिरफ्तार किया।