सरकार व चिकित्सकों के विवाद की भेंट चढे़ मासूम बच्चे, 48 घंटों में 5 की मौत
बालिका के चाचा अल्ताफ हुसैन ने बताया कि बालिका शिरीन स्वस्थ थी तथा गुरुवार रात करीब नौ बजे तक घर पर खेल रही थी। रात 11 बजे अचानक तबीयत बिगड़ी तो बारां अस्पताल में उसे आपातकालीन वार्ड में भर्ती किया। तड़के करीब चार बजे आईसीयू में भर्ती किया गया, लेकिन हालत में सुधार नहीं हुआ। एम्बुलेंस से कोटा के लिए रवाना हुए, लेकिन रास्ते में दम टूट गया।
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इस मामले में पीएमओ डॉ. संपतराज नागर ने बताया कि बालिका गंभीर थी। उसे कंजर्वन दौरे आ रहे थे और सांस लेने में तकलीफ थी। वेंटीलेटर पर भी रखा, लेकिन सुधार नहीं हुआ तो कोटा रैफर किया गया था। उस समय भी ऑक्सीजन लगाकर नर्सिंगकर्मी के साथ भेजा गया था। इधर, कोटा जिले में मेडिकल कॉलेज से जुड़े तीन अस्पतालों में चिकित्सकों की हड़ताल के चलते 25 ऑपरेशन टालने पड़े।डॉक्टर्स सीरियस मरीज की भी नहीं ले रहे सुध, भटक रहे रेफर मरीज, पर्ची लिख भेज रहे घर
संभाग में तीन चिकित्सक गिरफ्तार कोटा. भवानीमंडी. हड़ताली चिकित्सकों पर रेस्मा के तहत सख्ती दिखाते हुए पुलिस ने संभाग से तीन चिकित्सकों को गिरफ्तार किया है। भवानीमंडी में दो चिकित्सकों को गिरफ्तार किया। सीआई सुनील कुमार ने बताया कि तहसीलदार मनमोहन गुप्ता अपने कार्मिक को सामुदायिक चिकित्सालय दिखाने गए थे, जहां सेवारत चिकित्सक संघ के जिला अध्यक्ष डॉ. नरेश अग्रवाल और संरक्षक डॉ. हेमंत शर्मा अन्य चिकित्सकों को काम नहीं करने के लिए उकसा रहे थे।
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दिखाई सख्ती तो चिकित्सक ने देखे मरीज इन्द्रगढ़. बूंदी जिले के इंद्रगढ़ कस्बे में पुलिस ने स्थानीय चिकित्सकों के घरों पर दबिश दी। इस दौरान डॉ.सतीश सक्सेना घर पर मिले तो पुलिस उन्हें थाने ले गई। कानूनी कार्रवाई की चेतावनी देने के बाद चिकित्सक ने लिखित में पत्र सौंपा और शाम की पारी में अस्पताल पहुंचकर मरीजों का उपचार किया।