हाथ दिखाने के बहाने कमरे में आई फिर साथियों के साथ मिलकर रिटायर्ड अफसर के खींचे अश्लील फोटो, मांगे 3 लाख
राजस्थान तकनीकी विश्वविद्यालय (आरटीयू) ने 116 इंजीनियरिंग कॉलेजों की शैक्षणिक गुणवत्ता की जांची थी। इसमें सरकारी इंजीनियरिंग कॉलेजों के हालात खराब निकले। एक भी ‘ए’ ग्रेड नहीं आया, अधिकांश ‘सी ग्रेड रह गए। इन कॉलेजों के पिछडने की बड़ी वजह योग्य शिक्षकों की कमी रही। इसी के मद्देनजर ये कदम माना जा रहा है।
ये निजी स्कूल कर रहा बच्चों के भविष्य से खिलवाड़! विभाग ने बिठा दी जांच
केंद्र सरकार देगी वेतन
आरटीयू के डीन फेकल्टी अफेयर्स प्रो. एससी जैन ने बताया कि टेक्निकल एजुकेशन क्वालिटी इम्प्रूवमेंट प्रोग्राम के तहत तैनात किए गए इन शिक्षकों को 70 हजार रुपए महीना वेतन दिया जाएगा। वेतन खर्च केंद्र सरकार वहन करेगी। पहले चरण में तीन साल के लिए इनकी तैनाती की गई है। शिक्षक चाहें तो अपनी सेवाएं आगे भी जारी रख सकेंगे। ये शिक्षक छात्रों को इंटर्नशिप से लेकर प्लेसमेंट तक की तैयारी कराएंगे।
यह कैसा सौदा, ऑर्डर लिया और एडवांस पैसे भी लिए फिर सप्लाई से पहले बढ़ा दी कीमतें
22 विषयों की कराएंगे पढ़ाई
आटोमोबाइल, केमिकल, सिविल, कंप्यूटर साइंस, इलेक्ट्रिकल्स एंड इलेक्ट्रॉनिक्स, इलेक्ट्रिकल इंस्ट्रूमेंटेशन, टेली कम्युनिकेशन, इलेक्ट्रॉनिक्स, इंडस्ट्रियल एंड प्रोडक्शन, टेक्सटाइल, माइनिंग, मेकेनिकल, इन्फॉर्मेशन टेक्नोलॉजी, मैथमेटिक्स, इंग्लिस, केमिस्ट्री और फिजिक्स।
बाहरी छात्रों को बुलाने पर हुआ विवाद , कोटा_विश्वविद्यालय में छात्रसंघ अध्यक्ष और महासचिव में हुई मारपीट
कॉलेजों को मिले हाईटेक शिक्षक कॉलेज 24 गवर्नमेंट इंजीनियरिंग कॉलेज, बीकानेर 06 गवर्नमेंट कॉलेज ऑफ इंजीनियरिंग एंड टेक्नोलॉजी, बीकानेर 22 एमबीएम इंजीनियरिंग कॉलेज (जयनारायण व्यास यूनिवर्सिटी), जोधपुर
48 टेक्नो इंडिया, चाईबासा
19 गवर्नमेंट इंजीनियरिंग कॉलेज, झालावाड़ 34 एमएलवी टेक्सटाइल एंड इंजीनियरिंग कॉलेज, भीलवाड़ा 19 कॉलेज ऑफ टेक्नोलॉजी एंड इंजीनियरिंग उदयपुर