पीडि़त भगवती मीणा ने बताया कि पिता की तबियत खराब होने पर वे परिवार सहित 7 सितम्बर को सुल्तानपुर क्षेत्र के गुनेन गांव चले गए थे। गांव से 11 सितम्बर को कोटा पहुंचे तो घर के मैन दरवाजे का ताला टूटा पड़ा था। अन्दर सभी कमरों सहित दो अलमारियों के भी ताले टूटे पड़े मिले और सामान इधर उधर बिखरा पड़ा मिला। उन्होंने बताया कि उनके घर दूध देने वाला व अखबार बांटने वाले ने बताया कि 10 सितम्बर को तो घर पर ताला लगा हुआ था। पीडि़त परिवार ने उसी दिन अनन्तपुरा थाने में चोरी की रिपोर्ट दर्ज करवाई। एफआईआर 12 सितम्बर को दी गई।
भगवती मीणा ने बताया कि घर में रखी अलमारियों में 4.60 लाख रुपए नगद, करीब 7 लाख के सोने-चांदी के जेवर सहित अन्य सामान चोर चुराकर ले गए। उन्होंने बताया कि उसी दिन सुभाषनगर में ही चार अन्य मकानों में भी चोरी हुई थी।
पीडि़त परिवार ने बताया कि थाने में रिपोर्ट देने के दो दिन तक भी पुलिस मौका मुआयना करने नहीं पहुंची। इसके बाद दो रोज से लगातार थाने के चक्कर काट रहे थे कि घटना स्थल का मौकामुआयना कर लो साथ ही उसी दिन अन्य मकानों जहां चोरी हुई उनके सामने सीसीटीवी कैमरे लगे हुए उन्हें चैक कर लो। आखिरकार एएसआई अवेधेश सोमवार को चौथे दिन चोरी की घटना का मौकामुआयना करने पहुंचे।
जांच अधिकारी एएसआई अवधेश सिंह ने बताया कि नीट परीक्षा के चलते मौका मुआयना करने नहीं जा सका। सोमवार को मौकामुआयना कर लिया है। उसी दिन अन्य मकानों के भी ताले टूटे थे। उनके सामने लगे सीसी टीवी कैमरों से फुटेज ले रहे है।