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कोटा

यदि ये हो जाए तो किसानों को नहीं करनी पड़ेगी आत्महत्या

कृषि विश्वविद्यालय और कृषि विज्ञान केन्द्र बोरखेड़ा की ओर से किसानों के लिए ‘संकल्प से सिद्धि’ कार्यक्रम मंगलवार को आयोजित हुआ।

कोटाAug 22, 2017 / 06:40 pm

​Zuber Khan

Increase the price of Crop by Processing Unit : Rathor

कृषि विश्वविद्यालय और कृषि विज्ञान केन्द्र बोरखेड़ा की ओर से किसानों के लिए ‘संकल्प से सिद्धि’ कार्यक्रम मंगलवार को आयोजित हुआ।

 कोटा.

कृषि विश्वविद्यालय और कृषि विज्ञान केन्द्र बोरखेड़ा की ओर से किसानों के लिए ‘संकल्प से सिद्धि’ कार्यक्रम मंगलवार को आयोजित हुआ। इसमें किसानों को संबोधित करते हुए केन्द्रीय सूचना एवं प्रसारण राज्यमंत्री राज्यवर्धन सिंह राठौड़ ने कहा कि हाड़ौती में लहसून ज्यादा होता है, लेकिन उसके दाम किसानों को नहीं मिलते है। एेसे में कुछ किसान मिलकर प्रोसेसिंग यूनिट लगाए। जिससे उनकी उपज के लिए उनके क्षेत्र में ही अवसर बढ़ेगे। इस कच्चे माल के भी अच्छे दाम मिलेंगे। इससे उनकी आर्थिक स्थिति में भी सुधार होगा और किसानों को आत्महत्या नहीं करनी पड़ेगी। 
 

साथ ही उन्होंने कहा कि देश में किसानों को यूरिया नहीं मिल रहा था, इसकी कालाबाजारी से कच्ची शराब बनाई जा रही थी। पीएम नरेन्द्र मोदी ने इसे भी रोका है।

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साथ ही कोटा बूंदी सांसद ओम बिरला ने कहा कि देश में किसानों की आय को दुगना करने का संकल्प लिया गया है। साथ ही सांसद बिरला ने कुलपति प्रो. जीएल केशवा से कहा कि वे अगले साल खेती में नई तकनीक उत्पादन बढ़ाने का कार्य करने वाले तीन किसानों को सम्मानित करेंगे। उन्हें पुरस्कार समेत मोटरसाइकिल देंगे। वहीं उससे अगले साल उन्हें जीप दी जाएगी। कार्यक्रम में महापौर महेश विजय, विधायक संदीप शर्मा, विद्याशंकर नंदवाना, चन्द्रकांता मेघवाल और हीरालाल नागर, कृषि विभाग के डॉ. केएम गौतम, महेन्द्रसिंह समेत कई लोग उपस्थित थे।
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15 फीसदी खेती से आमदनी

देश की 70 फीसदी आबादी गांव में बस्ती है और खेती करती है। इस खेती के लिए अभी प्रर्याप्त तकनीक और साधन नहीं है। केवल इच्छाशक्ति है। जिससे देश को केवल 15 फीसदी आमदनी हो रही है। हम सब को समझदारी से तकनीक को खेतो तक लेकर आना है। विश्व के ज्ञान को खेत में पहुंचाना है। जिससे किसान मजबूत हो। किसान नई तकनीक को नहीं जानते है, तो इसमें अपने परिवार के पढ़े लिखे युवाओं की मदद ले।

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