जीआरपी थानाधिकारी गंगासहाय शर्मा ने बताया कि जीआरपी एसपी अजमेर और नजीमाबाद थानाधिकारी से सोमवार को सूचना मिली थी कि मोहसिन नाम का एक युवक 6 वर्षीय बालक का अपहरण कर मुम्बई की तरफ जा रहा है। उसने बालक के पिता से 50 लाख रुपए की फिरौती मांगी है। बालक के पिता कारोबारी हैं और अपहृत बालक उनका इकलौता पुत्र है। सूचना पर उन्होंने ईश्वर सिंह, भवानी शंकर व योगेश कुमार समेत पूरे जाप्ते के साथ अमृतसर से मुम्बई जाने वाली गोल्डन टेम्पल ट्रेन के कोटा पहुंचने पर उसकी चैकिंग की। इस दौरान आरोपित मोहसिन इंजन के पास वाले जनरल कोच में बैठा मिला। उससे कुछ ही दूरी पर अपहृत बालक बैठा था। दोनों को रेलवे स्टेशन पर उतारकर थाने ले आए। यहां से नजीमाबाद पुलिस को सूचना दी गई। वहां से पुलिस टीम व बालक के परिजन कोटा के लिए रवाना हो गए। उनके देर रात बाद तक कोटा पहुंचने की संभावना है। अपहर्ता के चंगुल से मुक्त कराया बालक परिजनों को याद कर रोता रहा।
सीआई शर्मा ने बताया कि मोहसिन बालक को मुम्बई घुमाने के बहाने चॉकलेट का लालच देकर ले जा रहा था। उसने 50 लाख की फिरौती मांगना स्वीकार किया है। उसका कहना है कि वह 50 लाख रुपए से मुम्बई में एशो आराम की जिंदगी जीना चाहता था। रिश्ते में वह स्वयं को बालक का चाचा बता रहा है।