कोटा. कोटा जिला दुग्ध उत्पादक सहकारी संघ
कोटा डेयरी के घोटाले का मसला विधानसभा में उठने के बाद अब डेयरी अध्यक्ष श्रीलाल गुंजल के खिलाफ जांच तेज कर दी गई है। सहकारिता विभाग के सहायक रजिस्ट्रार व जांच अधिकारी राजेश मीणा सोमवार सुबह अचानक डेयरी पहुंचेऔर शिकायतों से संबंधित एक-एक बिन्दु का रिकॉर्ड अपने कब्जे में लिया। जांच अधिकारी दो घण्टे तक डेयरी में जमे रहे और रिकॉर्ड की जांच की।
जांच अधिकारी ने डेयरी प्रबंधन को कई बार जांच के लिए रिकॉर्ड उपलब्ध कराने के संबंध में पत्र लिखा था, लेकिन हर बार आधा-अधूरा रिकॉर्ड भेज दिया जाता था। इस कारण जांच अधिकारी सोमवार को डेयरी पहुंचे और लेखा से संबंधित कई दस्तावेज जब्त किए। उनका परीक्षण किया जा रहा है।
गौरतलब है कि भाजपा शासन में ही भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो जयपुर (एसीबी) के महानिरीक्षक ने परिवाद दर्ज कर जांच के लिए पत्र राजस्थान को-ऑपरेटिव डेयरी फेडरेशन लिमिटेड को भेज दिया था। फेडरेशन ने 10 सितम्बर 2018 को कोटा के सहकारिता विभाग के अतिरिक्त रजिस्ट्रार को पत्र भेजकर सहायक रजिस्ट्रार राजेश मीणा को जांच अधिकारी लगाकर 15 दिन में जांच कर रिपोर्ट भेजने को कहा था, लेकिन प्रभाव के चलते जांच को अधिकारियों ने दबा दिया था। फेडरेशन की ओर से एसीबी के परिवाद दर्ज करने के पत्र की प्रति संलग्न करते हुए 17 बिन्दुओं पर जांच के आदेश दिए थे। इसमें वित्तीय गबन समेत डेयरी को नुकसान पहुंचाने, दूध में घालमेल करने तथा डेयरी की सम्पत्ति का निजी उपयोग करने की शिकायत है।
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