गोवा जाने की जरूरत नहीं, अब चम्बल में दौड़ेंगे क्रूज
. लोकसभा अध्यक्ष के साथ बैठक में जहाजरानी राज्य मंत्री ने दिए डीपीआर तैयार करने के निर्देश. शिपिंग मंत्रालय जल्द तैयार करेगा डीपीआर
गोवा जाने की जरूरत नहीं, अब चम्बल में दौड़ेंगे क्रूज
कोटा. चम्बल नदी में क्रूज दौडऩे का सपना जल्द पूरा हो सकता है। लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला की अध्यक्षता में बुधवार को आयोजित बैठक में जहाजरानी राज्य मंत्री मनसुख मंडविया ने अधिकारियों को क्रूज चलाने के निर्देश देते हुए विस्तृत परियोजना रिपोर्ट (डीपीआर) तैयार करने को कहा है।चम्बल नदी प्राकृतिक खूबसूरती के लिए जानी जाती है। टाइगर रिजर्व स्थापित होने के बाद लोकसभा अध्यक्ष बिरला कोटा को जंगल सफ ारी के साथ-साथ वाटर सफ ारी के लिए भी मुफ ीद बनाने के प्रयास कर रहे हैं। इसी संबंध में उन्होंने जनवरी में जहाजरानी मंत्रालय को चम्बल नदी में क्रूज चलाने के लिए कहा था। इस पर मंत्रालय ने फ रवरी में प्रारंभिक सर्वे किया था, लेकिन इसके बाद लॉकडाउन के चलते काम गति नहीं पकड़ सका। प्रारंभिक सर्वे की सकारात्मक रिपोर्ट देखते हुए मंडविया ने अधिकारियों को चंबल में क्रूज चलाने के निर्देश देते हुए मंत्रालय के स्तर पर ही डीपीआर तैयार करने को कहा है, ताकि प्रक्रिया में ज्यादा देरी नहीं लगे। उन्होंने कहा कि इसके लिए राज्य सरकार के स्तर पर भी जो स्वीकृतियां प्राप्त की जानी हैं, उसकी प्रक्रिया भी तेजी से पूरी करें। प्रारंभिक सर्वे में कोटा बैराज से जवाहर सागर तक क्रूज के लिए उपयुक्त माना गया है। कुल 30 किमी लम्बे क्रूज में कोटा बैराज, गढ़ पैलेस, हैंगिग ब्रिज, कोटिया भील का महल, गेपरनाथ, गरडिया महादेव जैसे दर्शनीय स्थलों को शामिल किया जाएगा।