टाइगर रिजर्व में अनुभवी ट्रेकर बताते हैं कि बाघ की मॉनिटरिंग प्रोपर रूप से की जाए। अभी गर्मी तेज है, ऐसे में दिन में शाम ढलने के बाद ही इनकी साइटिंग की संभावना ज्यादा रहती है। इस कारण रात को मॉनिटरिंग करने की आवश्यकता है। जिस तरह से गत दिनों टाइगर के शिकार के रूप में सांड आया था, उसे देखकर लग रहा था,कि उसे बाघ ने ही शिकार बनाने का प्रयास किया है। विभाग पर्याप्त कैमरा ट्रेप लगाए।
इनका है कहना
बाघ को खोजने के प्रयास किए जा रहे हैं। किसी तरह से एनक्लोजर से बाहर भी निकल भी गया है तो इसकी संभावना को देखते हुए अन्य स्थानों पर भी सूचित किया है। प्रयास है जल्दी कोई साक्ष्य मिले।
एसआर यादव, फील्ड डारेक्टर व मुख्य वन संरक्षक, मुकुन्दरा हिल्स टाइगर रिजर्व