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कोटा

खुदी पड़ीं सड़कें व अधूरे नाले बने परेशानी का सबब

कोटा शहर में एक तरफ कोरोना संक्रमण की मार है तो दूसरी ओर लोग नगर निगम, जलदाय विभाग व यूआईटी के अधिकारियों की लापरवाही का दंश झेल रहे हैं।

कोटाAug 02, 2020 / 08:30 pm

Haboo Lal Sharma

खुदे पड़े नाले से टिपटा मार्ग पड़ा बंद

खुदी पड़ीं सड़कें व अधूरे नाले बने परेशानी का सबब

कोटा. एक तरफ कोरोना संक्रमण की मार है तो दूसरी ओर लोग नगर निगम, जलदाय विभाग व यूआईटी के अधिकारियों की लापरवाही का दंश झेल रहे हैं। जगह-जगह सीसी रोड का काम चल रहा है। कई जगह काम धीमा होने से लोग महीनों से परेशान हैं तो कहीं सड़क के बीच नाला खुदा पड़ा होने से रास्ते बंद पड़े हैं। ऐसे में आमजन को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है।
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कैथूनीपोल-टिपटा रोड
कैथूनीपोल निवासी अतुल अरोड़ा ने बताया कि कैथूनीपोल चौराहा से गढ़़ पैलेस तक सीसी रोड़ बनाने के लिए सड़क खोदे एक माह से ज्यादा हो गया। काम धीमी गति से चलने के कारण कैथूनीपोल से टिपटा ना तो कोई आ सकता और ना ही जा सकता। सीसी के साइडों की जगह खुदी पड़ी होने से पैदल निकला भी मुश्किल हो रहा है। इसी मार्ग पर भैरूजी मंदिर के पास सड़क के बीच नाले की खुदाई कर छोड़े 15.20 दिन हो गए। इसे भी अभी तक नहीं बनाया गया। लालभैरू पाड़ा निवासी सुमित्रा गौतम ने बताया कि यहां खुदे पड़े नाले का निर्माण अभी तक नहीं किया। लालभैरू पाड़ा जाने वाले रास्ते की तरफ भी नाले की खुदाई कर छोड़ रखा है। इसके चलते लोगों को कई किलोमीटर का चक्कर काटकर बाजार जाना पड़ रहा है।
पाइप लाइन डालने के बाद मलबा डालकर छोड़ा

सुभाग चौक से सुन्दरधर्मशाला तक सड़क के बीच जलदाय विभाग ने पिछले चार माह पहले पाइप लाइन डालने के लिए खुदाई की थी। पाइप लाइन डालने के बाद विभाग ने सड़क की मरम्मत करने के बजाय उसमें मलबा भरकर छोड़ दिया। शक्ति बाजार व्यापार संघ अध्यक्ष राजेन्द्र कुमार शारदा ने बताया कि जलदाय विभाग से लेकर निगम तक कई बार शिकायत कीए लेकिन चार माह बाद भी इसकी मरम्मत नहीं की गई। बारिश में सड़क पर पानी भरने से लोग दुर्घटनाग्रस्त होकर घायल हो रहे हैं।
खुले चैम्बरों से लोग हो रहे दुर्घटनाग्रस्त
श्रीपुरा निवासी महेश शारदा ने बताया कि शहर में जगह जगह नालों के चैम्बर खुले पड़े है। इनसे आए दिन दुर्घटनाएं हो रही है। खुले नालों के चैम्बर को बंद करने के लिए सैक्टर इंचार्ज से लेकर निगम में कई बार शिकायत कीए लेकिन किसी ने ध्यान नहीं दिया। नाला जाम होने या बारिश के दौरान पानी भरने के दौरान खुले चैम्बर वाहन चालकों को दिखाई नहीं देते और इनमें गिरकर घायल हो जाते है। उनकी भतीजी स्कूटी से बाजार जा रही थी। सड़क के बीच नाले के खुले चैम्बर में गिरकर घायल हो गई। हाथ में फ्रैक्चर हो गया एक माह का पट्टा बंधा है।
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