मतदान के प्रति इस बार उत्साह देखते ही बना। निर्वाचन विभाग ने मतदान का समय सुबह 8 बजे से प्रारंभ करने के निर्देश दिए थे। इसके बावजूद उत्साही मतदाता निर्धारित समय से पहले मतदान केन्द्रों में पहुंचे। बिना नहाए पहुंचने वाले इन मतदाताओं में पहला मत उनका डले इस बात की होड़ थी।
काम धंधे पर जाने वाले मतदाता भी निर्धारित समय पर मतदान केन्द्रों पर पहुंच गए। ऐसे में कई बूथों पर मतदाताओं की संख्या बढऩे से कतारें लगना शुरू हो गई। एक बार जिस बूथ पर भीड़ जुटी तो वह खत्म नहीं हुई। इसका सबसे बड़ा कारण पहली बार इलेक्ट्रोनिक वोटिंग मशीन में वीवीपैट मशीन लगना रहा।
मतदाता जब निशान लगाकर अपना मत देने पहुंचा और उसने अपना मत डाला तो प्रोसेसिंग में करीब 45 सैकंड से 1 मिनट तक का समय लग गया। फिर जाकर दूसरे मतदाता का नंबर आया। इस बीच में मतदान केन्द्रों पर मत देने वालों के आने का सिलसिला बढ़ता गया और कतारों में मतदाताओं की संख्या बढ़ती चली गई।
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कस्बे के मतदान केंद्र सामुदायिक भवन में शाम साढ़े पांच बजे तक करीब डेढ़ सौ मतदाता मतदान के लिए कतारों में अपनी बारी का इंतजार करते रहे। वहीं, खनिज विभाग कार्यालय में शाम छह बजे तक मतदाताओं की कतारें लगी रही। जुल्मी में भी यही
स्थिति रही।