यह गुरुवार को दोपहर 1 बजकर 17 मिनट तक रहेगी। उदियात में पंचमी 30 जनवरी को रहेगी। इस मौेके पर विभिन्न संस्थाओं की ओर से विभिन्न आयोजन होंगे। कई जगहों पर बसंत कलश की स्थापना की जाएगी। शोभायात्राएं निकाली जाएंगी, हवन, यज्ञ अनुष्ठान होंगे।
सकल पंच मेवाड़ा माली समाज की ओर से बोरखेड़ा में दो दिवसीय बसंतोत्सव 30 जनवरी से मनाया जाएगा। आयोजन के तहत 30 की रात भगवान को विमान से आयोजन स्थल पर लाया जाएगा। रात को जागरण होगा,31 को सुबह 12 बजे सत्यनारायण कथा की जाएगी।
बसंत पंचमी को विद्या और बुद्धि की देवी मां सरस्वती की पूजा की जाती है। पुराणों में वर्णित एक कथा के अनुसार भगवान श्रीकृष्ण ने देवी सरस्वती से खुश होकर उन्हें वरदान दिया था कि बसंत पंचमी के दिन तुम्हारी आराधना की जाएगी।
मां सरस्वती को बुद्धि, वाणी, स्वर और विद्या की देवी कहा जाता है। इसके साथ ही इस दिन सरस्वती जी की पूजा करने से देवी की कृपा सदैव बनी रहती है व व्यक्ति को विद्या, बुद्धि, वाणी और ज्ञान की प्राप्ति होती है। मां सरस्वती की पूजा करने के लिए श्वेत सामग्री का उपयोग किया जाता है।
ज्योतिषाचार्य अमित जैन ने बताया की देवी मां की पूजा में इस दिन श्वेत पुष्प, श्वेत चंदन, दूध, दही, मक्खन, श्वेत वस्त्र और श्वेत तिल के लड़्डू अर्पित किए जाते हैं। प्राचीन काल में बालकों को बसंत पंचमी के दिन से ही शिक्षा देना शुरु किया जाता था, इसलिए इस दिन का महत्व विद्या व ज्ञान के क्षेत्र में अधिक माना जाता है।
बसंत पंचमी पर ग्रह मजबूत करने के 10 उपाय 1. कुंडली में अगर बुध कमजोर हो तो बुद्धि कमजोर हो जाती है 2. ऐसी दशा में मां सरस्वती की उपासना करें 3. मां को हरे फल अर्पित करें तो लाभदायक होगा
4. बृहस्पति के कमजोर होने पर विद्या प्राप्त करने में बाधा आती है 5. ऐसे में बसंत पंचमी के दिन पीले वस्त्र धारण करें 6. पीले पुष्प और पीले फलों से मां की उपासना करें
7. अगर शुक्र कमजोर हो तो मन की चंचलता भी होती है 8. करियर का चुनाव भी नहीं हो पाता है 9. ऐसी दशा में आज के दिन मां की उपासना करें
10. सफेद फूलों से मां की उपासना करना लाभदायक होता है बसंत पंचमी के दिन विद्यार्थियों के लिए उपाय 1. बसंत पंचमी पर अपनी जिह्वा को तालु में लगाकर सरस्वती के बीज मंत्र ‘ऐं’ का जाप करना लाभदायक है, इससे आपको वाक् सिद्धि प्राप्त होती है।
2. बसंत पंचमी के दिन अपनी पाठ्य पुस्तकों में मोर पंख रखना चाहिए। 3. सरस्वती की कृपा पाने के लिए बसंत पंचमी पर प्रात:काल उठते ही हथेलियों के मध्य भाग के दर्शन करें।
4. बच्चों की कुशाग्र बुद्धि के लिए उन्हें इस दिन से ब्राह्मी, मेघावटी, शंखपुष्पी देना आरंभ करें। 5. बसंत पंचमी के दिन बांसुरी के छेद से शहद भरकर तथा मोम से बंद कर जमीन में गाड़ दें, इससे जिनकी वाणी में हकलाना, तुतलाना जैसे दोष होते हैं उनको इससे काफी लाभ मिलता है।