नदी के किनारों पर लगातार तलाशी की गई। नदी में डेम का पानी नहीं रोका गया। ऐसे में घटना स्थल पर कार की तलाशी का अभियान सिर्फ खानापूर्ति ही नजर आया। पूरे दिन कुछ खास प्रयास नहीं किए गए। गाजल डोबा डेम के यहां दोपहर को दो शव मिलने की सूचना मिली। जिसपर रेस्क्यू टीम, स्थानीय प्रशासन व परिजन मौके पर पहुंचे। लेकिन दोनों शव बूंदी निवासी लापता युवकों के नहीं थे। हालांकि उक्त शव उसी बांध के यहां मिले हैं, जहां तीन दिन पहले बूंदी निवासी अमन गर्ग का शव मिला था। मौके पर बूंदी के दोनों लापता युवकों के परिजन मौजूद हैं।
सेना पहुंची, नौसेना ने संभाला मोर्चा
सुबह आर्मी के जवान घटना स्थल पर पहुंच गए। उनके साथ क्रेन भी थी। जवानों ने नीचे जाकर पूरी तरह से इलाके का जायजा लिया, लेकिन ऑपरेशन उनके योग्य नहीं होने से उन्होंने भी नौसेना के आने की बात कही। शाम को नौसेना के अधिकारी घटना स्थल पर पहुंच गए थे। जानकारी के अनुसार नौसेना की टुकड़ी बुधवार सुबह मौके पर पहुंच गई और नदी में युवकों की तलाशी शुरू कर दी है।
लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला ने बूंदी के युवकों की तलाश को लेकर मंगलवार को चले सेना के अभियान का अपडेट लिया। उन्हें सेना के अधिकारियों ने बताया कि नदी का बहाव अधिक है, ऐसे में इस तलाशी अभियान को नौसेना के अधिकारी बेहतरी से अंजाम दे सकेंगे। शाम को नौसेना के अधिकारी भी घटना स्थल पर पहुंच गए थे। लोकसभा अध्यक्ष बिरला ने नौसेना के अधिकारियों से भी बातचीत की। सेना के अधिकारियों ने बताया कि बुधवार से तलाशी अभियान को और तेज किया जाएगा।
सिलीगुड़ी में बूंदी निवासी युवकों व चालक की तलाश में नाकाम रहे प्रशासन के खिलाफ लोग सड़क पर उतर आए हैं। बूंदी के परिजनों के सहयोग में वहां का हर तबका उनके साथ खड़ा हो गया है। बड़ी संख्या में टैक्सी यूनियन, महिला मोर्चा व आम लोग कोरोनेशन ब्रिज पर पहुंच रहे हैं। सिलीगुड़ी के सभी समाजों के लोगों का वहां की सरकार पर दबाव बढ़ता जा रहा है। लोगों ने पर्यटन मंत्री गोतम देव से भी मुलाकात कर मदद की गुहार लगाई। इस पर मंत्री ने घटना स्थल पर पहुंचकर जायजा लिया। मंत्री ने बुधवार से स्वयं खड़े रहकर तलाशी अभियान नौसेना से करवाने की बात कही।