अब एमबीएस अस्पताल में हो सकेगा नेत्रदान,सरकारी क्षेत्र में पहला आई रिट्रिवल सेंटर की सौगात पुलिस ने बताया कि काला तालाब निवासी मोहम्मद रफीक (52) ने मंगलवार रात को बोरखेड़ा पुलिस को बताया कि उसका पुत्र नाजिस (19) मंगलवार शाम को करीब साढ़े 5 बजे घर से स्कूटी लेकर निकला। इसके बाद करीब 6 बजे उसने मोबाइल से उसकी मां रजिया को फोन किया और कहा कि मैं नहर में कूद रहा हूं और मेरा दिमाग खराब हो रहा है। मोबाइल को स्कूटी की डिग्गी में रख रहा हूं। युवक के फोन के बाद मां घबरा गई और उसने मोहम्मद रफीक को मामले की जानकारी दी।
एक हजार का इनामी अपराधी गिरफ्तार, हत्या के मामले में काट रहा था उम्र कैद की सजा इस पर मोहम्मद रफीक, परिजन व रिश्तेदार उसकी तलाश में जुट गए। मामले की सूचना देने पर पुलिस भी मौके पर पहुंची और उसकी तलाश शुरू की। उसकी स्कूटी 80 फीट रोड पर स्टील ब्रिज के निकट खड़ी मिली। मोबाइल भी स्कूटी की डिग्गी में रखा था। पुलिस प्रशासन व नगर निगम की रेस्क्यू टीम ने रात तक उसकी तलाश की, लेकिन उसका कोई सुराग नहीं लग सका। इसके बाद बुधवार सुबह फिर उसकी तलाश की गई, लेकिन रात तक उसका कोई सुराग नहीं लग सका। पुलिस ने युवक की गुमशुदगी का मामला दर्ज किया।
परिजनों ने बताया कि युवक की मानसिक स्थिति सही नहीं थी। उसका करीब डेढ़ वर्ष से मनोचिकित्सक भरत सिंह शेखावत के यहां उपचार चल रहा था। परिजनों ने बताया कि उसे नहर में कूदते हुए किसी ने नहीं देखा और न ही इस बारे में पक्का नहीं कहा जा सकता। इसके चलते वह स्कूटी छोड़कर कहीं ओर भी जा सकता है। घटना के बाद से लापता हुए युवक नाजिस की मां रजिया का रो-रोकर बुरा हाल है।