दो दिवसीय श्रीरामचरण महाराज का त्रिशताब्दी प्राकट्य महोत्सव धर्मसभा को सम्बोधित करते हुए स्वामी रामदयाल महाराज ने कहा कि भारत सदियों से धर्म व संस्कृति प्रदान देश रहा है। पूरी दुनिया में भारत से श्रेष्ट कोई दूसरा राष्ट्र नहीं हो सकता। उन्होंने कहा कि जीवन में किताबी ज्ञान से सबकुछ नहीं होता, तात्विक ज्ञान जानना भी जरूरी है। भक्ति से परमतत्व को साधना करके जानना सम्भव है। समारोह में समाज के ११ दानदाताओं का राष्ट्रीय अध्यक्ष कन्हैयालाल विजयवर्गीय, विधायक संदीप शर्मा, पूर्व अध्यक्ष सीपी विजय, पूर्व महापौर महेश विजय ने शॉल ओढ़ा कर व माल्यार्पण कर सम्मान किया। शाम को स्कूल प्रांगण में आयोजित भजन संध्या में भजन गायक राजीव विजय व विकास विजय ने भजनों की प्रस्तुति से दर्शक भाव विभोर हो गए।
आज भी निकलेगी शोभायात्रा
रविवार को सुबह 11.30 बजे से टीलेश्वर भवन से मल्टीपरपज स्कूल तक भव्य शोभायात्रा निकाली जाएगी। दोपहर तीन बजे प्राकट्य महोत्सव व शाम चार बजे सम्मान समारोह व रक्तदान शिविर का आयोजन होगा।