Unique resolution: : कुंदनपुर. संकल्प लेने से कहीं अधिक कठिन है संकल्प को साधना। लेकिन ढोटी में सेवानिवृत्त शिक्षक ने पर्यावरण संरक्षण का एक बार संकल्प लिया तो इसे अब भी निभा रहे हैं। संकल्प भी ऐसा कि जब तक पौधों को पानी नहीं, तब अन्न नहीं। करीब आठ वर्ष से इसी संकल्प के साथ पौधों को सींच रहे हैं। इसी का असर है कि उनके लगाए गए पौधे अब पेड़ का रूप ले रहे हैं और कई राहगीरों को छांव दे रहे हैं।
कोटा•Jun 27, 2022 / 12:35 am•
Hemant Sharma
Unique resolution: : पहले पौधों को पानी फिर करते हैं अन्न ग्रहण