दरअसल, कोटा विश्वविद्यालय में छात्रों को हॉस्टल की सुविधाएं, पानी की उचित व्यवस्थाएं, लाइब्रेरी सहित दस सूत्री मांगों को लेकर एबीवीपी की पूर्व छात्रसंघ अध्यक्ष व संगठन मंत्री गुंजन झाला के नेतृत्व में छात्र प्रदर्शन करने के बाद मांग पत्र देने कुलपति से मिलने पहुंच गए, लेकिन उस समय वे बोम की बैठक थी। छात्र बोम की बैठक में ही उनसे मिलना चाह रहे थे, लेकिन गेट पर तैनात स्टाफ ने उन्हें रोक लिया।
इसी बीच छात्र कुलपति से मिलने की बात पर अड गए। वहां तैनात स्टाफ व गार्डों ने छात्र-छात्राओं से धक्का-मुक्की करते हुए उन्हें खदेड़ कर बाहर कर दिया। छात्रों का आरोप है कि स्टाफ व सुरक्षा गार्डों ने उनसे मारपीट भी की। उसके बाद झाला विवि के गेट पर धरना देकर अनिश्चिकालीन भूख हड़ताल पर बैठ गए। गुंजन झाला ने कहा कि विश्वविद्यालय में महिला कुलपति होने के बावजूद स्टाफ व सुरक्षा गार्डों ने छात्राओं के साथ अभद्रता करना निंदनीय है। अब वे तब तक भूख हड़ताल खत्म नहीं करेगी, जब तक की विश्वविद्यालय प्रशासन स्वयं उनके पास आकर छात्रों की मांगों को पूरा नहीं कर देता।
उधर, विवि के सुरक्षा अधिकारी चक्रपाणि गौतम ने बताया कि विवि में बोम की बैठक चली रही थी। इसमें किसी का प्रवेश नहीं होता है, लेकिन एबीवीपी के छात्र कुलपति से मिलने की बात पर अड गए। गार्डों से बाहर निकलवाया। अभद्रता व मारपीट जैसी कोई बात नहीं है। कुछ मोबाइल रिकॉर्डिंग कर रहे थे। उन्हें मना किया।