रामदेव के सान्निध्य में हुए योग आयोजन में लोगों का भारी उत्साह और उमंग देखने को मिला। इस दौरान हुई यौगिक क्रियाओं में बालकों से लेकर उम्रदराज लोग भी भागीदार बने। राजस्थान सरकार और पंतजलि योगपीठ के संयुक्त तत्वाधान में कोटा के आरएसी पुलिस ग्राउण्ड में आयोजित योग एवं ध्यान शिविर के दूसरे दिन स्वामी रामदेव द्वारा विभिन्न यौगिक क्रियाओं, सूक्ष्म व्यायाम, योगासन, प्राणायाम के साथ एडवांस योग करवाया गया। इस दौरान विशाल जनसमूह ने स्वामी रामदेव के साथ योगाभ्यास किया।
स्वामी रामदेव ने कहा कि स्वस्थ और प्रसन्न रहने के लिए योग को जीवन का हिस्सा बनाएं। उन्होंने कोचिंग संस्थानों में अध्ययनरत छात्रों से कहा कि योग से न केवल याद्दाश्त बढ़ती है बल्कि एकाग्रता का स्तर भी बढ़ता है। योग ऋषि स्वामी रामदेव ने इस अवसर पर युवाओं और विद्यार्थियों के लिए विशेष प्राणायाम और यौगिक क्रियाएं करवाईं।
चिकित्सा एवं स्वास्थ्य मंत्री कालीचरण सराफ ने कहा कि स्वामी रामदेव ने योग को पुनः प्रतिष्ठा दिलाने का काम किया है। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के प्रयासों से योग की महत्ता को देखते हुए ही संयुक्त राष्ट्र संघ द्वारा योग दिवस की घोषणा की गई। उन्होंने स्वामी रामदेव द्वारा कोटा के राज्य स्तरीय समारोह में योगाभ्यास करवाने के लिए धन्यवाद ज्ञापित किया।
सराफ ने कहा कि योग भारतीय ऋषियाें की सबसे बड़ी देन है। उन्होेंने कहा कि प्रदेश में योग को विशेष प्रोत्साहन देने के लिए अनेक अभिनव कार्यक्रम प्रारंभ किए गए हैं। जिला मुख्यालयों पर योग एवं प्राकृतिक चिकित्सा के केन्द्र बनाए जा रहे हैं। प्रदेश के लगभग 900 प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्रों को आदर्श प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र के रूप में विकसित किया जा रहा है। यहां सामान्य चिकित्सा के साथ प्रतिदिन योग की भी व्यवस्था की गई है।
इस अवसर पर गुरूकुलम और आचार्यकुलम हरिद्वार के विद्यार्थियों द्वारा संगीतमय योगाभ्यास किया गया। इसके साथ ही इन विद्यार्थियों ने मल्लखम के माध्यम से विभिन्न हैरतअंगेज प्रदर्शन भी किए। स्वामी रामदेव द्वारा श्रेष्ठ यौगिक क्रियाएं करने वाले साधकों को सम्मानित भी किया गया।