जानिए पूरा मामला
आशिक की पत्नी रेशमा के मुताबिक मंगलवार की रात शेखनपुरवा के तीन लोग उसे लखनऊ निवासी व्यक्ति से हिसाब करने की बात कहकर घर से लाे थे। इसी रात आशिक के बडे भाई पच्चू ने शेखनपुरवा के ईट भट्ठे से लौटते हुए धर्मकांटा के पास गोलियों की आवाज सुनी। पास जाकर देखा तो उसे अपने भाई आशिक का शव मिला। इसके बाद घटना की खबर फैली और पुलिस मौके पर पहुंच गई। ग्रामीण बताते हैं कि उन्होंने धर्मकांटा के पास फायरिंग की आवाजें सुनी थी और स्विफ्ट डिजायर गाड़ी से कुछ लोगों को भागते देखा था। छानबीन के दौरान पुलिस को आशिक अली की मोटर साइकिल भी मौके से ही मिल गई।
गायब मोबाइल मिले तो खुल सकता है राज
तफ्तीश के दौरान पुलिस सबसे पहले शेखनपुरवा के तीन नामजद लोगो को तलाश रही है। इस से पुलिस को राजफाश होने की उम्मीद है। इसी के साथ पुलिस को आशिक अली के मोबाइल फोन की भी तलाश है जो उसकी हत्या के बाद से गायब है। पुलिस को उम्मीद है कि मोबाइल भी कई बडे राज खोलेगा। यह बात दीगर है कि अभी तक पुलिस मोबाइल फोन तो दूर मोबाइल नंबर तक का पता नहीं लगा सकी है। एफआईआर मे लखनऊ निवासी एक व्यक्ति का नाम तो है लेकिन उसका पता किसी को नहीं पता। आशिक अली के परिवार से मिली जानकारियों के आधार पर एक टीम लखनऊ भी रवाना की गई है।