दुधवा पार्क के हाथी खाएंगे वन भूमि के गन्ने इस बीच डीडी बफर जोन डॉक्टर अनिल कुमार पटेल ने ऐलान किया है कि दुधवा पार्क के हाथी वन भूमि पर उगे गन्ने की दवात खायेंगे। हाथियों को अलग-अलग रेंज में ले जाकर गन्ने के खेतों में छोड़ दिया जाएगा। बफर जोन एरिया में करीब 9 हजार हेक्टेयर वन भूमि पर माफियाओं का कब्जा है। पलिया, संपूर्णानगर मझगई, निघासन और धौरहरा समेत कई रेजों में वन भूमि पर कब्जा कर गन्ना बोया गया है।
छह चीनी मिलों को नोटिस पिछले दिनों डीडी के निर्देश पर राजस्व विभाग, गन्ना विभाग और वन विभाग ने संयुक्त रूप से सर्वे किया था। सर्वे में करीब 3 हजार हेक्टेयर भूमि पर गन्ने की फसल लगई गई थी। सर्वे के बाद वन विभाग की भूमि पर उगे गन्ने की सप्लाई के लिए सट्टे नहीं बनाए गए। इस प्रक्रिया के पूरा होने के बाद डीडी ने जिले की छह चीनी मिलों को नोटिस जारी कर निर्देश दिया था कि वे वन विभाग की भूमि पर उगे गन्ने की खरीद न करें।
रेंज अधिकारियों को दिए गए निर्देश गन्ने की खरीद न करने पर सवाल यह था कि फिर गन्ने का क्या होगा। इस पर डीडी ने बताया कि गन्ने की नीलामी के बजाय दुधवा के हाथियों को यह खिलाया जाएगा। साथ ही गन्ने से सटे खेतों में गन्ना खड़ा किया जाएगा। इससे फायदा यह होगा कि बाघों को जंगल के बाहर गन्ने के खेत में बसेरा मिलेगा। वन भूमि पर उगे गन्ने को कोई काट न ले, इस बात के लिए वन डीडी ने सभी रेंज अधिकारियों को निर्देश दिए हैं।