जानकारी के अनुसार लखीमपुर खीरी के कस्तूरबा गांधी आवासीय विद्यालय है। स्कूल की मनोरमा मिश्रा और गोल्डी कटियार स्कूल की शिक्षिका है। दोनों का ट्रांसफर कर दिया गया था। लेकिन इन्होंने अपना ट्रांसफर रुकवाने के लिए 20 छात्राओं को अपने कब्जे में लेकर प्रशासन पर ट्रांसफर रोकने का दबाव बनाया। हंगामे के बाद इलाके के लोगों ने पुलिस को सूचना दी। पुलिस ने धारा 342, 504,336 के तहत दोनों शिक्षिकाओं पर मुकदमा दर्ज किया। छात्राओं ने बताया कि दोनों शिक्षिकाएं छात्राओं को प्रताड़ित भी कर रही थी। इस दौरान परिजनों ने आक्रोश में आकर जमकर हंगामा किया।
यह भी पढ़े –
पुलिस ने आखिर 24 साल के लड़के के साथ क्या किया, पहले गायब फिर मौत, अब दो साल बाद खुलासा क्या बोले अधिकारी बेसिक शिक्षा अधिकारी लक्ष्मीकांत पांडे ने अनुसार शिक्षकों ने अनुशासनात्मक आधार पर दूसरे केजीबीवी में हुए उनके तबादले को रद्द करने के लिए जिले के अधिकारियों पर दबाव बनाने के लिए इस तरह के हथकंडे अपनाया। बताया कि उनके वार्डन जानकारी मिली। जिसके बाद पुलिस को बुलाकर छात्राओं को सकुशल कैद से निकाला गया।
यह भी पढ़े –
बढ़ने लगे कोरोना केस तो स्वास्थ्य विभाग ढूंढ़ने लगा ऑक्सीजन कंसेंट्रेटर, मुख्यमंत्री का जानिए एक्शन जांच कर तीन दिन में रिपोर्ट दे कमेटी बीएसए पांडे ने बताया कि इस संबंध में जिला समन्वयक बालिका शिक्षा रेणु श्रीवास्तव द्वारा दो शिक्षकों मनोरमा मिश्रा और गोल्डी कटियार के खिलाफ भारतीय दंड संहिता की धाराओं के के तहत एक मुकदमा दर्ज कराया गया है। इस मामलें की चार सदस्यीय समिति द्वारा विभागीय जांच की जाएगी। समिति को तीन दिन में रिपोर्ट देने को कहा गया है। शिक्षिकाओं पर सेवा समाप्त अनुबंध के तहत कार्रवाई की जाएगी। ऐसी घटनाओं की निंदा भी की।