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श्रावण मास में लखनऊ से ज्योतिर्लिंग की हवाई यात्रा, जानें कितना आएगा खर्च क्वालिटी एश्योरेंस के जिला परामर्शदाता डॉ. तारिक अंसारी ने बताया कि शासन की मंशा के अनुरूप जनपद में स्वास्थ्य सेवाओं में सुधार के लिए कायाकल्प अवार्ड योजना द्वारा अवार्ड प्राप्त चिकित्सा इकाइयों को प्रोत्साहन राशि प्रदान की जाती है, जिससे चिकित्सालय में स्वास्थ्य सेवाओं में वृद्धि हो सके। पुरस्कार जीते कार्यरत कर्मचारियो से अन्य चिकित्सालयों का स्टाफ प्रेरणा लेकर बेहतर सेवायें प्रदान करने में अपना योगदान दें। डॉ तारिक ने बताया कि कायाकल्प अवार्ड योजना के तहत जनपद के चिकित्सालयों में स्वच्छता को प्रोत्साहित करने के साथ स्वास्थ्य सेवाओं में वृद्धि की जा रही है। इसके लिये जिला क्वालिटी एश्योरेंस टीम सदैव प्रयासरत है। जिला क्यूआई मेंटर शालिनी दीक्षित ने बताया कि जनपद के 08 स्वास्थ्य केन्द्रों को राज्य स्तर से कायाकल्प पुरस्कार मिलना गर्व की बात है।
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Vigyan Bharati Convention: सीएम योगी बोले- ज्ञान जहां से भी आए, अपनी दृष्टि को खुला रखिये, वैज्ञानिकों के लिए भी बड़ा संदेश क्वालिटी एश्योरेंस के जिला प्रशासनिक एवं कार्यक्रम सहायक सौरभ खरे ने बताया कि कायाकल्प अवार्ड योजना के अन्तर्गत जनपद के 08 चिकित्सालयों को राज्य स्तर पर पुरस्कृत किया गया है। प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्रों की श्रेणी में प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र बिरधा को प्रथम स्थान प्राप्त हुआ है। हेल्थ एण्ड वेलनेस सेन्टर उपकेन्द्र श्रेणी में हेल्थ एण्ड वेलनेस सेन्टर उपकेन्द्र जमालपुर को प्रथम स्थान, बम्हौरीसर को द्वितीय एवं बांसी को तृतीय स्थान प्राप्त हुआ है।
श्रेणीवार चिकित्सालयों की सूची एवं पुरस्कार राशि प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र श्रेणी में प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र बिरधा को प्रथम पुरस्कार में 02 लाख रुपए की राशि और प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र जखौरा बिजरौठा, बानपुर एवं गदयाना प्रत्येक को सांत्वना पुरस्कार में 50 हजार रूपये की धनराशि प्रदान की जाएगी। हेल्थ एण्ड वेलनेस सेन्टर उपकेन्द्र श्रेणी में हेल्थ एण्ड वेलनेस सेन्टर उपकेन्द्र जमालपुर को प्रथम स्थान में 01 लाख रुपये, बम्हौरीसर को द्वितीय स्थान में 50 हजार रुपये तथा बांसी को तृतीय स्थान में 35 हजार रुपये की धनराशि प्राप्त हुयी। राज्य स्तर से प्राप्त निर्देशों के अनुसार चिकित्सालयों को पुरस्कार स्वरूप प्राप्त धनराशि का 75 प्रतिशत भाग चिकित्सालय की सेवाओं में वृद्धि के लिये तथा शेष 25 प्रतिशत भाग कर्मचारियों के उत्साहवर्धन हेतु खर्च किया जा सकेगा,ताकि सेवाओं में गुणात्मक सुधार हो सके।