जिले के जाखलौन थाना क्षेत्र के नया गांव निवासी किसान भोगी पाल (55) खाद के लिए कई दिनों से इंतजार कर रहा था। वहीं जुगपुरा में स्थित एक फर्टिलाइजर स्टोर के बाहर दो दिन से लाइन लगाए हुए खड़े थे। किसान यहां गुरुवार को भी पहुंचे थे, लेकिन रात तक भी खाद नहीं मिली तो किसान दुकान के सामने टिनशेड के नीचे लेट गए ताकि अगले दिन दुकान खुलते ही उनका नबंर आ जाएगा। अगले दिन शुक्रवार सुबह जब खाद की दुकान खुली तो किसानों की लाइन फिर से लगनी शुरू हो गई और उसके पिता भी लाइन में लगे थे। लेकिन कुछ देर बाद किसान के सीने में तेज दर्द हुआ। किसानों की मदद से उन्हें अस्पताल ले जाया गया लेकिन वहां पर डॉक्टर ने उसे मृत घोषित कर दिया।
किसान ने डीएपी न मिलने पर खुदकुशी की कोशिश की एक अन्य घटना में जिले के ही सहकारी समिति में खाद न मिलने से परेशान किसान ने फांसी लगाकर आत्महत्या करने की कोशिश की। हालांकि, किसानों ने उसे बचा लिया। जिले की तहसील के ग्राम रोंधा में भी एक किसान ने खाद न मिलने से परेशान होकर आत्महत्या करने की कोशिश की। किसानों का आरोप है कि रोंधा सहकारी समिति पर किसानों को खाद नहीं मिल रही है। इससे परेशान होकर किसान श्यामलाल (50) फांसी लगाकर आत्महत्या करने की कोशिश की। लेकिन उसके साथी किसानों ने उसे पकड़ लिया। मामले में जिलाधिकारी का कहना कि किसान को सरकार की तरफ से आर्थिक मदद दी जाएगी। मुख्यमंत्री राहत कोष से 10 लाख रुपये मिलने पर फार्म भरा गया है।