पांच हजार पुलिसकर्मियों का ट्रैफिक पुलिस में होगा स्थानांतरण
लखनऊ. उत्तर प्रदेश में यातायात व्यवस्था में सुधार लाने के लिए योगी सरकार ने 5000 पुलिसकर्मियों को ट्रैफिक पुलिस में भेजने का फैसला लिया है। इनमें इंस्पेक्टर से लेकर सिपाही स्तर के तक के पुलिसकर्मियों को शामिल किया गया है। डीजीपी मुख्यालय ने निर्देश दिया है कि जिलों में कार्यरत पुलिसकर्मी अपने ही जिले में ट्रैफिक में स्थानान्तरित कर दिए जाएंगे। दरअसल उत्तर प्रदेश में ट्रैफिक पुलिस की संख्या बढ़ाने की मांग लंबे समय से चली आ रही है। हर साल ऐसे प्रस्ताव आते रहते हैं कि यातायात निदेशालय की तरफ से डीजीपी मुख्यालय भेजे जाने वाले ऐसे प्रस्तावों पर जनशक्ति की कमी के कारण फैसले नहीं हो पाते हैं। पुलिस में नई भर्तियों के बाद अब 5000 पुलिसकर्मियों को ट्रैफिक कार्य में लगाने पर सहमति बनी है।
राशन दुकानों पर अगले माह से मुफ्त में मिलेगा पांच किलो चना
लखनऊ. उत्तर प्रदेश के हर जिले में अंत्योदय अन्न योजना और प्रायोरिटी हाउसहोल्ड राशन कार्डधारकों को एक दिसंबर से राशन की दुकानों के माध्यम से पांच किलोग्राम चना मुफ्त में दिया जाएगा। जिला आपूर्ति अधिकारी के कार्यालय के एक अधिकारी ने कहा कि केंद्र सरकार ने कुछ महीने पहले प्रधानमंत्री गरीब कल्याण योजना के दूसरे चरण के तहत जुलाई से नवंबर तक अंत्योदय अन्न योजना और प्रायोरिटी हाउसहोल्ड कार्डधारकों को एक किलोग्राम चना देने की योजना की घोषणा की थी और अब एक दिसम्बर से लाभार्थियों को राशन दुकान के माध्यम से 5 किलो चना मुफ्त में दिया जाएगा।
यूपीपीसीबी ने प्रदूषण फैलाने वाले तीन बिल्डरों को दिया नोटिस
लखनऊ. राजधानी लखनऊ के सीजी सिटी और गोमतीनगर विस्तार में वायु प्रदूषण फैला रहीं तीन बिल्डर कंपनियों को यूपीपीसीबी ने नोटिस दिया है। इनमें सीजी सिटी में एचसीएल आईटी सिटी का हॉस्टल कैंपस बना रही सापुरजी पोलानजी एंड कंपनी, केआरएस इंफ्रा और एफिल इंफ्रा हैं। एफिल इंफ्रा भी आईटी सिटी के पास ही ग्रुप हाउसिंग प्रोजेक्ट कर रही है। यूपीपीसीबी के मुख्य पर्यावरण अभियंता पीके अग्रवाल ने बिल्डर कंपनियों को नोटिस जारी किया है। बोर्ड के क्षेत्रीय अधिकारी डॉ. राम करन की टीम ने तीनों साइट का निरीक्षण किया था। इसमें पीटीजेड कैमरा इस्तेमाल में नहीं मिला तो मिट्टी पर पानी का नियमित रूप से छिड़काव भी नहीं किया जा रहा था। इससे मौके पर वायु प्रदूषण भी बढ़ा मिला।
गोरखपुर विश्वविद्यालय के चार विद्यार्थी करेंगे देश का प्रतिनिधित्व
गोरखपुर. दीनदयाल उपाध्याय गोरखपुर विश्वविद्यालय के चार विद्यार्थियों का इंटरनेशनल यूथ मैथमेटिक्स चैलेंज (आईवाईएमसी)-2020 के अंतिम चरण के लिए चयन किया गया है। इन विद्यार्थियों में एमएससी (गणित) की सुजाता सिंह, शिवम वर्मा तथा बीएससी (गणित) द्वितीय वर्ष की निकिता गुप्ता और राहुल कुमार चौहान शामिल हैं। ये विद्यार्थी अपने मेंटर व गणित एवं सांख्यिकी विभाग के सहायक आचार्य डॉ. राजेश कुमार के निर्देशन में दिसंबर में होने वाले स्पर्धा में देश का प्रतिनिधित्व करेंगे। इंटरनेशनल यूथ मैथ चैलेंज विश्व भर के छात्रों के लिए सबसे बड़ी ऑनलाइन गणित की प्रतियोगिता है। गणित में रुझान रखने वाले छात्रों को यह सक्षम बनाता है ताकि वे अपने कौशल का प्रदर्शन अंतरराष्ट्रीय स्तर पर कर सकें।