यह है मामला दरअसल, एक प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान कुछ पत्रकारों और सपा मुखिया अखिलेश यादव के बीच एक प्रश्न पूछने को लेकर विवाद हो गया था। जिसके चलते आपसी तकरार हुई और अंगरक्षक द्वारा पत्रकारों के साथ अभद्रता की गई थी। जिसके परिपेक्ष में समाजवादी पार्टी की तरफ से पत्रकारों पर और पत्रकारों की तरफ से समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष सहित कई लोगों के खिलाफ मामला भी पंजीकृत कराया गया था।
भाजपा के तथाकथित गुंडे समाजवादी पार्टी की जिला कार्यकारिणी के साथ कार्यकर्ताओं ने प्रदेश सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी की। हालांकि मौके की नजाकत को खाते हुए वहां पर पुलिस के व्यापक प्रबंध किए गए थे ताकि कोई अप्रिय घटना ना घटे। आरोप है कि कॉन्फ्रेंस में जिन पत्रकारों से विवाद हुआ था, वह भाजपा के तथाकथित गुंडे थे। जिला अध्यक्ष तिलक यादव ने कहा कि प्रदेश सरकार हमारी पार्टी को दबाने के लिए इस तरह के हथकंडे अपना रही है जो किसी भी सूरत में बर्दाश्त नहीं किए जाएंगे।