पुलिस अधिकारी ने दी जानकारी
बता दें कि कंपनी के पूर्व सीएमडी सुनील गोधवानी, कवि अरोड़ा तथा अनिल सक्सेना को भी गिरफ्तार किया जा चुका है। पुलिस अधिकारियों ने जानकारी देते हुए कहा कि मालविंदर के खिलाफ एक लुकआउट नोटिस जारी किया गया था क्योंकि वह लंबे समय से फरार चल रहा था। इकोनॉमिक ऑफेंस विंग के द्वारा शिविंदर को गिरफ्तार किया गया है। शुक्रवार सुबह को इन लोगों की औपचारिक रुप से गिरफ्तारी की जाएगी।
ईडी ने की थी छापेमारी
रेलिगेयर के एक सीनियर मैनेजर की शिकायत पर दिल्ली पुलिस की आर्थिक अपराध शाखा ने दोनों भाइयों पर एफआईआर दर्ज कराई गई थी। इस मामले में सिंह ब्रदर्स के अलावा, आरईएल के फॉर्मर सीएमडी सुनील गोधवानी और स्टॉक ब्रोकर एन. के. घोषाल के खिलाफ भी मामला दर्ज किया गया। ईडी ने मनी लॉन्ड्रिंग के मामले में सिंह भाइयों से जुड़े कई ठिकानों पर अगस्त में छापेमारी की थी।
2016 में घोटाले को अंजाम दिया
रेलिगेयर के अधिकारी ने जानकारी देते हुए बताया कि इन लोगों ने करोड़ों रुपए की धोखाधड़ी की है। इसके साथ ही कई फाइनेंशिय़ल ट्रांजेक्शन भी किए गए हैं। इसके साथ ही सिंह ब्रदर्स ने अपने अन्य साथियों के साथ मिलकर 2016 में वित्तीय घोटाले को अंजाम दिया था, जिसके बारे में काफी समय से जांच चल रही थी।
लगाई गई कईं धाराएं
इस मामले की जांच लंबे समय से चल रही थी। छानबीन के दौरान गड़बड़ी पाई गई और फिर पुलिस ने दोनों भाईयों से पूछताछ की। पुलिस पिछले 15 दिनों से मलविंदर और शिवंदर से पूछताछ कर रही थी, जिसके बाद अब उनकी गिरफ्तारी की गई है। पुलिस ने शिविंदर सिंह, सुनील गोडवानी, कवि अरोड़ा और अनिल सक्सेना को गिरफ्तार किया है। उनपर आईपीसी की धारा 409 और 420 के चार्ज लगाए गए हैं।