वहीं इस मामले में एयरटेल ने सफाई दी है कि हैकर्स का यह दावा पूरी तरह से सही नहीं है। कंपनी का कहना है कि हमारी तरफ से किसी तरह का कोई डेटा ब्रीच नहीं हुआ है। कंपनी का कहना है कि हैकर्स का यह दावा पूरी तरह से सही नहीं है क्योंकि इस डेटा का ज्यादातर हिस्सा एयरटेल का है ही नहीं। साथ ही एयरटेल का कहना है कि इस मामले को लेकर अथॉरिटीज को बता दिया गया है।
वहीं एक मीडिया रिपोर्ट के अनुसार प्रूफ ऑफ कॉन्सेप्ट वीडियो में रेड रैबिट नाम के इस हैकर ग्रुप ने एयरटेल का डेटाबेस ऐक्सेस करते हुए दिखाया है। बताया जा रहा है कि ये डेटाबेस यूजर्स के डेटा का है। इसके साथ ही वीडियो में हैकर्स ने दिखाया है कि कैसे वे यूजर्स का फोन नंबर और दूसरी संवेदनशील जानकारियां ऐक्सेस कर रहे हैं।
वीडियो शेयर कर हैकर्स ने दावा किया है कि सिम एक्टिवेशन के समय दी जानी वाली कस्टमर्स की पूरी डीटेल्स लीक हुई हैं। ये जानकारी इंटरनेट सिक्योरिटी रिसर्चर राजशेखर राजहरिया ने ट्वीट की थी। बताया जा रहा है कि हैकर्स ने एयरटेल यूजर्स के फोन नंबर के अलावा उनके आधार नंबर भी लीक कर लिए हैं। वहीं एक रिपोर्ट में कहा गया है कि संभव है कि सरकारी एजेंसियां जो सिक्योरिटी कारणों के लिए टेलीकॉम डेटा रखती है वहां से ये लीक हुआ हो।