राज्यसभा सांसद संजय सिंह राम मंदिर के नाम पर जमीन खरीद में जो घोटाला हुआ है, एक के बाद एक तमाम घोटालों को मैंने उजागर किया। बताया कि किस तरह से चंदा चोर भाजपा नेताओं और ट्रस्ट के लोगों ने मिलकर दो करोड़ की जमीन 5 मिनट में 18.5 करोड़ में खरीद ली। किस प्रकार से 10,000 वर्ग मीटर जमीन 8 करोड़ में खरीदी जाती है, 12000 वर्ग मीटर जमीन साढ़े अट्ठारह करोड़ में खरीदी जाती है। किस प्रकार से भाजपा वाले उनके मेयर, उनके नेता 20 लाख की जमीन को ढाई करोड़ में बेचते हैं ट्रस्ट को, ये तमाम जानकारी मैंने सबके सामने रखी। ये सब जमीन खरीदने में ट्रस्ट का एक सम्मानित सदस्य गवाह बना हुआ है। इन सब जमीनों की खरीद में बीजेपी का मेयर, उसका भतीजा और भांजा शामिल है।
राम मंदिर ट्रस्ट ने वेबसाइट पर डाला जमीन खरीद का ब्योरा, दावा- पूरी पारदर्शिता बरती गई
उल्टा चोर कोतवाल को डांटे : संजय सिंह
संजय सिंह ने कहा कि तमाम सुबूतों के बावजूद अभी तक भारतीय जनता पार्टी की केंद्र या राज्य सरकार ने किसी भी प्रकार की कोई जांच नहीं कराई। बल्कि, उल्टा चोर कोतवाल को डांटे की तर्ज पर भाजपा नेता और ट्रस्ट के लोग घूम-घूम कर मुझ पर मानहानि का मुकदमा करने की बात कर रहे हैं। मुख्यमंत्री से कार्रवाई की अपील करते हुए संजय सिंह ने कहा कि अगर आप भ्रष्टाचारियों पर कार्रवाई नहीं कर पा रहे हैं तो मुझ पर ही मुकदमा दर्ज करा दो।
आप नेता संजय सिंह ने बताया कि अयोध्या की कोतवाली में 9 लोगों के खिलाफ तहरीर देते हुए एफआईआर की मांग की गई है। उन्होंने बीजेपी के मेयर ऋषिकेश तिवारी, ट्रस्ट महासचिव चंपत राय, ट्रस्टी अनिल मिश्र, हरीश पाठक, कुसुम पाठक, सुल्तान अंसारी, रवि मोहन तिवारी, उप पंजीयक एसबी सिंह और मेयर के भतीजे दीप नारायण के विरुद्ध तहरीर दी है। कहा कि इनके खिलाफ भारतीय दंड संहिता की धारा 34, 119, 120, 169, 202, 403, 405, 409, 420, 423, 120B, 467, 468, 471 में एफआईआर दर्ज की जाए। अगर पुलिस ने एफआईआर दर्ज नहीं की तो न्यायालय का विकल्प खुला है।