डीएम के इस आदेश के बाज बच्चों के शरीरिक व मानसिक शोषण, अपराधिक व यौन उत्पीड़न की घटनाओं पर लगाम लगाने और उनकी सुरक्षा को लेकर समुचित व्यवस्था की गई है कि नहीं, इसकी जांच की जाएगी।ब्राइटलैंड कॉलेज की घटना के बाद जिलाधिकारी ने
यूपी बोर्ड , सीबीएसई, आईसीएसई और बेसिक शिक्षा परिषद से मान्यता प्राप्त निजी विद्यालयों में बच्चों की सुरक्षा व्यवस्था को लेकर जांच के आदेश दिए हैं।
बता दें कि 28 सितंबर को उप मुख्यमंत्री डॉ.
दिनेश शर्मा ने जिले के सभी विद्यालयों के प्रधानाचार्र्यों के साथ बैठक की थी। इसके बाद माध्यमिक शिक्षा निदेशक ने जांच के निर्देश जारी किए थे। इसके बावजूद ब्राइटलैंड कॉलेज जैसी घटना का हो जाना, सवाल खड़े करता है। इस पर डीएम ने नाराजगी जताई है।
घटना को बीते कुछ दिन ही हुए हैं। ज्यादातर विद्यालयों में गृह परीक्षाएं चल रही हैं। 6 फरवरी से यूपी बोर्ड की परीक्षाएं शुरू हो जाएंगी। उत्तर प्रदेश माध्यमिक शिक्षक संघर्ष मोर्चा के प्रदेशीय मंत्री संतोष दोहरे ने कहा कि महज दस दिनों में जांच कोरम पूरा करने जैसी होगी। बारीकी से जांच करनी होगी। सभी पहलुओं को देखना होगा। इसमें काफी समय लगेगा।
लखनऊ के स्कूल – यूपी 650
– सीबीएसई 130
– आईसीएसई 120
– बेसिक शिक्षा परिषद से मान्यता प्राप्त निजी स्कूल 3200 पत्रकारों से बातचीत में जिलाधिकारी कौशल राज शर्मा ने कहा कि सभी विद्यालयों में बच्चों के शारीरिक, मानसिक शोषण, अपराधिक घटनाओं, यौन उत्पीड़न एवं सुरक्षा संबंधी घटनाओं पर लगाम लगाने के लिए गत 28 सितंबर को दिशा-निर्देश जारी किया गया था। बावजूद इसके विद्यालयों में घटनाएं हो रही हैं। ऐसे में बीएसए को सभी खंड शिक्षा अधिकारियों के माध्यम से जांच कराने के निर्देश दिए गए हैं।