इस मौके पर वक्ताओं ने कहा कि डॉ0 लोहिया से लेकर अखिलेश यादव तक समाजवादी आंदोलन में मोहन सिंह ने महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी। वे आजीवन समाजवाद, धर्मनिरपेक्षता और लोकतांत्रिक व्यवस्था के लिए संघर्षरत रहे। मोहन सिंह को सर्वश्रेष्ठ सांसद का सम्मान भी मिला था। उत्तर प्रदेश में मंत्री भी रहे। वह जनपद देवरिया के बरहज विधानसभा क्षेत्र से 1977 में सर्वप्रथम विधायक निर्वाचित हुए थे। मोहन सिंह इलाहाबाद विश्वविद्यालय छात्रसंघ के अध्यक्ष भी थे। वह छात्र-युवा आन्दोलन में बढ़ चढ़कर हिस्सा लेते थे। उन्होंने 1975-76 के आपातकाल में जेल यातना भी झेली थी। मोहन सिंह ने अनेक पुस्तकें भी लिखीं।