उपचुनाव में जीत के बाद जहां कई जिलों में सपा व बसपा के झंडे एक साथ लहराते हुए दिखाई दे रहे थे, वहीं आज तो बसपा सुप्रीमो
मायावती और सपा राष्ट्रीय अध्यक्ष
अखिलेश यादव एक साथ एक पोस्टर में नजर आ रहे हैं। यह पोस्टर कहीं और नहीं बल्कि राजधानी लखनऊ में सपा कार्यालय के बाहर लगा दिखाई दिया। यह पोस्टर समाजवादी पार्टी के नेता तारिक अहमद लारी द्वारा लगवाया गया है और इसमें अखिलेश और मायावती दोनों ही एक साथ दिख रहे है।
आपको बता दें कि फूलपुर व गोरखपुर लोकसभा सीट पर जीत दर्ज करने के बाद सपा राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने मायावती से उनके घर जाकर मुलाकात की थी व कई दफा उनसे रोश्तों को लकर उन्होंने सकारात्मक बयान भी दिए। साथ ही पार्टी से गठबंधन की ओर इशारा भी किया है।
अखिलेश ने भाजपा व सीएम योगी पर किया हमला- अखिलेश यादव ने सोशल मीडिया पर लागातार ट्वीट कर केंद्र में भाजपा पर सीएम योगी को झूठा करार दिया है। उन्होंने पहले ट्वीट में किसान आंदोलन में घायल एक वृद्ध महिला की तस्वीर शेयर करते हुए लिखा, “झूठ है कि महाराष्ट्र में सरकार ने किसान आंदोलन खत्म करने में सफलता पायी है. सच ये है कि मुंबई पहुँचे किसानों ने जबानी झूठे वादे करने वाली, विश्वास खो चुकी सरकार पर दबाव डालकर लिखा-पढ़ी में अपनी बात मनवायी है। अगर सरकार अभिमान छोड़ ख़ुद चलकर किसानों तक जाती तो उनका ये हाल न होता।”
गुरुवार को नियुक्ति पर लगी रोक को हटाने की मांग को लेकर बीटीसी अभ्यर्थियों ने प्रदेश सरकार के खिलाफ हल्ला बोल दिया। जिसमें कई लोगों पर पुलिस ने लाठी भांजी थी। सीएम योगी ने इस पर भी भाजपा को घेरते हुए एक तस्वीर शेयर की और कहा- “ये उन शिक्षकों के वर्तमान की काली तस्वीर है, जिन्हें कल बच्चों का सुनहरा भविष्य बनाना है। आज की सरकार हर प्रकार की नियुक्तियों में प्रतिशोधात्मक राजनीति का रास्ता अपना रही है जिससे प्रदेश की बेरोज़गार युवा-ऊर्जा निराशा से उपजे टकराव में व्यर्थ हो रही है। ये सूरत बदलनी ही चाहिए।”
बता दें कि पिछले वर्ष 31 मार्च को बीटीसी अभ्यर्थियों को नियुक्ति पत्र मिलने थे, लेकिन योगी सरकार के आते ही इस पर रोक लगा दी गई थी।