ये भी पढ़ें- जौनपुर में 19, वाराणसी में मिले 14 कोरोना पॉजिटिव, 7823 हुई यूपी में संक्रमितों की संख्या अखिलेश यादव ने कहा कि तूफान से फसलों को भारी नुकसान हुआ है। इससे पहले भी किसानों को बेमौसम बरसात और ओलावृष्टि से भारी नुकसान हो चुका है। राज्य के किसानों की हालत पहले से ही खराब थी। मौसम के बदलाव ने भी अब उन्हें कहीं का नहीं छोड़ा है। भाजपा सरकार ने किसानों को पिछली बार हुए नुकसान का उचित मुआवजा नहीं दिया। किसान दर-दर की ठोकरें खाने पर मजबूर है। अब इस नई आपदा ने किसानों की कमर पूरी तरह से तोड़ दी है। सरकार को कोई भी खानापूर्ति करने के बजाए सीधे किसानों को तत्काल मदद करनी चाहिए। किसान देश और प्रदेश की रीढ़ है। आज करोना संक्रमण के आपदा काल में किसान ही पूरे समाज की उम्मीद बनकर उभरा है। ऐसे में किसानों को जो नुकसान हो रहा है, उसकी हर हालत में भरपाई होनी चाहिए।
ये भी पढ़ें- अनलॉक 1: यूपी में अब चलेंगी रोडवेज बस, टैक्सी, फल/सब्जी मंडी का बदला समय, नाई की दुकानों को भी निर्देश सपा अध्यक्ष ने कहा कि केन्द्र में भाजपा ने 6 वर्ष पूरे कर लिए हैं। पांच वर्षों में उसने जनता को सिर्फ बहकाया है। किसान की आय दुगनी नहीं हुई, नौजवानों को करोड़ों की संख्या में नौकरियां नहीं मिलीं, नोटबंदी और जीएसटी ने व्यापार और उद्योग धंधे बंद करा दिए। आर्थिक विकासदर लगातार गिरती जा रही है। उन्होंने आगे कहा कि उत्तर प्रदेश में भाजपा सरकार टीम इलेवन के जरिये जबानी मैच खेलती रही और श्रमिक भूखे-प्यासे अपने मासूम बच्चों के साथ घर जाने के लिए पैदल चलते रहे। महिलाओं का ट्रेन, ठेलिया या सड़क पर प्रसव हो गया। भाजपा सरकार की संवेदनशून्यता की हद है, भाजपा नेतृत्व इस सबसे विचलित होने के बजाय नये रंग-रूप के मूड में आ गई है।