भारतीय जनता पार्टी लंबे समय से रायबरेली और अमेठी में कांग्रेस को पस्त करने के लिए फील्डिंग लगा रही है। पिछली बार बीजेपी का फोकस अमेठी पर था, लेकिन इस बार नजर दोनों सीटों पर है। 2014 के लोकसभा चुनाव से लेकर अब तक केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी अमेठी में सक्रिय हैं। बीते दिनों वह रायबरेली का भी विजिट कर चुकी हैं। इससे पहले भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह और केंद्रीय मंत्री अरुण जेटली के अलावा कई दिग्गज नेता रायबरेली विजिट कर चुके हैं। भाजपा, कांग्रेस को उसी के गढ़ में मात देने की फिराक में है। हालांकि, बीजेपी के लिए यह इतना आसान नहीं रहने वाला।
भारतीय जनता पार्टी ने रायबरेली में नरेंद्र मोदी को बुलाकर भले ही मास्टर स्ट्रोक खेल दिया है, लेकिन यह उतना असरदार नहीं दिख रहा है। रविवार को मोदी की जनसभा मॉडर्न रेल कैंपस में हुई थी, जिसमें करीब पांच लाख लोगों को बिठाने की व्यवस्था है। भाजपा ने दावा भी एक लाख लोगों के आने का किया था, लेकिन भीड़ 50 हजार का आंकड़ा भी नहीं छू सकी। हजारों कुर्सियां खाली पड़ी रहीं। इसके अलावा प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के दौरे से पहले विरोध में ‘मोदी गो बैक’ के लगे लगे पोस्टर साफ बताते हैं कि रायबरेली में बीजेपी की राह आसान नहीं रहने वाली है। रायबरेली-अमेठी में जिस तरह से भाजपा ने घेराबंदी की है, उसके लिये जीत दर्ज करना काफी मुश्किल होगा। हां, हार-जीत का अंतर जरूर कम हो सकता है।