भाजपा प्रदेश अध्यक्ष ने कहा कि मुस्लिम पर्सनल लाॅ बोर्ड द्वारा तीन तलाक से सम्बधित विधेयक को शरीयत और संविधान की मौलिक अधिकारों से जोड़ा जाना गलत है। डॉक्टर पाण्डेय ने यह भी कहा कि तीन तलाक का प्रावधान शरीयत में नहीं है तथा यह विधेयक मुस्लिम महिलाओं के मौलिक अधिकारों की रक्षा के लिए है। उन्होंने कहा कि करोड़ों की संख्या में भारत में रहने वाले मुस्लिम समुदाय के लोग समाज में व्याप्त इस कुरीति के खिलाफ है। उन्होंने कहा कि अनेक पढे़-लिखे जागरूक मुस्लिम समाज के लोगों ने विधेयक का मुखर होकर समर्थन किया है।