बहुजन समाज पार्टी के विधायक असलम चौधरी, असलम राईनी, मुज्तबा सिद्दीकी, हाकिम लाल बिंद, हरगोविंद भार्गव ने अपना प्रस्ताव वापस लिया है। इनके अलावा आजमगढ़ की सगड़ी से बसपा विधायक वंदना सिंह और जौनपुर के मुंगरा बादशाहपुर की विधायक सुषमा पटेल ने बगावत की राह पकड़ ली है। लेकिन, विधायक वंदना सिंह के जेठ टीपू सिंह ने कहा, उन्हें ऐसी कोई जानकारी नहीं है।
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राज्यसभा का चुनावी गणित?
उत्तर प्रदेश विधानसभा में अभी 395 (कुल सदस्य संख्या-403) विधायक हैं जबकि 8 सीटें खाली हैं। इनमें से 392 वोट ही पड़ेंगे, क्योंकि जेल में बंद विधायक मुख्तार अंसारी, तंजीन फातिमा और विजय मिश्र वोट नहीं डाल सकेंगे। ऐसे में एक कैंडिडेट को जिताने के लिए 36 वोटों की जरूरत पड़ेगी। आठ कैंडिडेट को जिताने के बाद भी बीजेपी के पास अपना दल (09) और सपा-बसपा के बागी विधायकों को मिलाकर कम से कम 25 वोट अतिरिक्त बचते हैं। एक कैंडिडेट को जिताने के बाद सपा के पास 12 वोट बचेंगे। इसके अलावा अलावा बसपा के पास 18, कांग्रेस के पास 07 और ओम प्रकाश राजभर की पार्टी के चार विधायक हैं, जबकि 4 निर्दलीय और एक निषाद पार्टी से विधायक है।
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सपा में सबका स्वागत : एमएलसी उदयवीर
समाजवादी पार्टी के एमएलसी उदयवीर सिंह ने कहा कि राज्यसभा चुनाव में समाजवादी पार्टी ने निर्दलीय प्रत्याशी प्रकाश बजाज का समर्थन किया है। अगर दूसरी पार्टी के विधायक भी सपोर्ट करने चाह रहे हैं तो उनका स्वागत है। कुल 6 विधायकों ने सपा अध्यक्ष से मुलाकात की है। बसपा विधायकों के भविष्य पर पूछे गए सवाल पर उदयवीर बोले कि विधायकों की मर्जी पर है कि वह किस पार्टी में जाने का निर्णय लेंगे। समाजवादी पार्टी में हर किसी का स्वागत है।