इसमें रेहड़ी, ठेला, खोमचा, रिक्शा, rickshaw driver और पल्लेदारों को 1 हजार रुपये का भरण-पोषण भत्ता सरकार की तरफ से उनके बैंक खाते में भेजे जा रहे हैं। सरकार पहले ही 35 लाख मजदूरों को भरण-पोषण भत्ते का भुगतान डीबीटी के माध्यम से सीधे अकाउंट में भेज रही है। 11 लाख से अधिक निर्माण श्रमिकों के बैंक खाते में एक हजार रुपए जा चुके हैं। उन्होंने कहा कि MNREGA laborers का मानदेय बढ़ाकर भुगतान किया जा रहा है। प्रदेश में 1.65 करोड़ से ज्यादा अन्त्योदय योजना, मनरेगा और श्रम विभाग में पंजीकृत निर्माण श्रमिक एवं दिहाड़ी मजदूरों को एक माह का निशुल्क राशन भी मुहैया करवाया जा रहा है। प्रदेश में श्रम विभाग द्वारा पंजीकृत20.37 लाख श्रमिकों के खातों में भेजा जा रहा है और अप्रैल से राशन वितरित किया जा रहा है।
प्रदेश के 2.34 करोड़ किसानों को दो हजार रुपए प्रति माह आगामी तीन महीने तक देने की व्यवस्था सरकार ने की है। जनधन खाते में प्रति माह तीन महीने तक 500 रुपए दिया जा रहा हा है। Ujjwala Yojana के तहत तीन महीने तक रसोई गैस मुहैया करवाया जा रहा है। सभी पेंशनरों को एक मुश्त रकम उनके खाते में भेजी जा रही है। कोरोना महामारी की इस संकट में केंद्र और प्रदेश सरकार गरीबों के लिए पूरी मजबूती के साथ खड़ी है। उन्होंने कहा कि जिनके पास राशन कार्ड नहीं था, उन्हें भी इन योजनों से आच्छादित किया जा रहा है। हर जनपद में कम्युनिटी किचन के माधयम से लोगों को भोजन उपलब्ध करवाया जा रहा है।
सभी लोग Prime Minister Narendra Modi द्वारा दिए गए निर्देश को सख्ती से पालन करें, जिससे कोरोना हारेगा, देश जीतेगा। Chief Minister ने लोगों से अपील करते हुए कहा कि घर के बाहर बिल्कुल न निकले। Social distance का पालन करें। साफ सफाई रखे। किसी विपरीत परिस्थितियों में अगर घर से बाहर निकलना भी पड़ा तो चेहरे पर मास्क, गमछा या कोई कपड़ा जरूर बांधे। इस मौके पर उन्होंने नगर विकास मंत्री आशुतोष टंडन और प्रमुख सचिव दीपक कुमार का आभार व्यक्त किया।