संरक्षण केंद्रों में केयरटेकर तैनात रहें :- यूपी सीएम योगी आदित्यनाथ ने निर्देशित किया है कि, गो-संरक्षण केंद्रों में पशुओं के चारे, पानी, सुरक्षा, साफ-सफाई आदि की पूरी व्यवस्था सुनिश्चित की जाए। पशुओं को ठंड से बचाने तथा स्वास्थ्य की देखभाल के पुख्ता इंतजाम किए जाएं। संरक्षण केंद्रों में केयरटेकर तैनात रहें, जो इन पशुओं की देख-रेख करें।
मुख्यमंत्री निराश्रित/बेसहारा गोवंश सहभागिता योजना क्या है? :- राज्य सरकार ने ‘मुख्यमंत्री निराश्रित/बेसहारा गोवंश सहभागिता योजना’ को लागू किया है। इस योजना के अन्तर्गत कोई भी इच्छुक किसान/पशुपालक निराश्रित गोवंश का पालन-पोषण करने के लिए अपने पास रख सकता है। कुपोषित बच्चों के लिए दूध की उपलब्धता सुनिश्चित करने के लिए परिवार को उनकी इच्छा पर एक निराश्रित गोवंश दिए जाने की भी व्यवस्था की गयी है। इस योजना के अन्तर्गत गोवंश के पालन-पोषण के लिए लाभार्थी को 900 रुपए प्रतिमाह प्रति गोवंश प्रदान किए जाने का प्राविधान है। प्रदेश में पोषण मिशन के अन्तर्गत 1,883 कुपोषित परिवारों को कुल 1,894 गोवंश तथा मुख्यमंत्री सहभागिता योजना के अन्तर्गत 56,853 पशुपालकों को 1,03,714 गोवंश सुपुर्द कर लाभान्वित किया गया है।
8,87,385 कुंतल भूसा उपलब्ध :- वर्तमान में प्रदेश में 5,384 गोसंरक्षण केन्द्र/स्थल कार्यरत हैं, जिनमें 6,50,052 गोवंश संरक्षित किए गए हैं। पशुओं के भरण-पोषण के लिए पशुपालन विभाग ने उपलब्ध कराई गई धनराशि से 8,66,348 कुंतल भूसा खरीदा गया है, जबकि दान दाताओं द्वारा 21,037 कुन्तल भूसा उपलब्ध कराया गया है। इस प्रकार प्रदेश में निराश्रित गोवंश के लिए 8,87,385 कुंतल भूसे की उपलब्धता सुनिश्चित की गयी है।
3,548 भूसा बैंक स्थापित :- निराश्रित गोवंश के लिए चारे-भूसे की उपलब्धता बनी रहे, इस के लिए जनपदों में 3,548 भूसा बैंक स्थापित किए गए हैं। यूपी में खुलेंगी बैंकों की 700 नई शाखाएं व 700 एटीएम, 23 हजार बेरोजगार युवाओं को मिलेगी नौकरी