जरूरी प्रोटोकाल अपनाएं – मलेरिया से अपने को बचाएं : डॉ. त्रिपाठी दवा वापस करके डाक्टर के पर्चे पर लिखी दवा देने को कहा तो मेडिकल स्टोर संचालक ने साफ मना कर दिया। दिलीप के काफी कहने पर वह दवा वापस करने को राजी नही हुआ। परेशान हो कर दिलीप ने डायल 112 पर कॉल करके मदद मांगी। दिलीप के अनुसार मौके पर पहुंचे पुलिस कर्मियों को मेडिकल स्टोर संचालक अर्दब में लेते हुए कहने लगा कि अब इसने पुलिस बुलाई है।
Good News :निजी अस्पताल बेड खाली होने पर कर सकेंगे सीधे भर्ती तो पुलिस ही इसकी दवा वापस करे मैं तो नही करूँगा। यह सुनकर पुलिस भी बैरंग लौट गई और दिलीप की दवा वापस नही करा पाई। दिलीप का कहना है कि रु0 607/- की दवा है। अगर कम पैसो की होती तो एक बार ग़म खा लेते। दिलीप चाय का होटल चला कर परिवार का गुजारा करते है। उनका कहना है कि इस महामारी में किसी तरह गुज़ारा कर रहे है। उस पर ये छह सौ सात रुपये का नुकसान मेरे लिए बड़ी बात है।