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लखनऊ में गायब हो गए 2290 कोरोना पॉजिटिव मरीज, तलाशने में छूट रहे पसीने

– पुलिस कर रही कोरोना संक्रमितों की तलाश- ट्विटर यूजर्स बोले- पर उपदेश कुशल बहुतेरे..

लखनऊAug 03, 2020 / 07:13 pm

Hariom Dwivedi

लखनऊ में गायब हो गए 2290 कोरोना पॉजिटिव मरीज, तलाशने में छूट रहे पसीने

रिपोर्ट पॉजिटिव आने के बाद से सभी का कोई अता-पता नहीं है

लखनऊ. लखनऊ में गली-गली और मोहल्लों में कोरोना मरीज घूम रहे हैं। कब-कौन, कैसे और कहां संक्रमित कर जाये आपको पता भी नहीं चलेगा। दरअसल, राजधानी से बीते 10 दिनों में 2290 कोरोना पॉटिजिव मरीज गायब हैं जिनकी कोई जानकारी नहीं है। इन्हें ढूंढने में पुलिस-प्रशासन के पसीने छूट रहे हैं। 23 से 31 जुलाई के बीच इन मरीजों की जांच हुई थी। रिपोर्ट पॉजिटिव आने के बाद से सभी का कोई अता-पता नहीं है। प्रशासन ने जब इनके द्वारा दिये गये नाम नाम और पते खंगाले तो वे फर्जी निकले। पुलिस की सर्विलांस टीम को इनकी तलाश में लगाया गया है जिसने अब 1171 कोरोना पॉजिटिव मरीजों को तलाश लिया है, जबकि 1119 मरीज अभी भी गायब हैं। पकड़े गये सभी मरीजों को हॉस्पिटल में एडमिट कराया गया है। अब गलत जानकारी देने के आरोप में इन कार्रवाई की जाएगी। पुलिस कमिश्नर सुजीत पांडे के मुताबिक कोरोना संक्रमण की चेन तोड़ने के लिए हजारों की संख्या में जांच की गई थी। कई जगह कैंप लगाकर सैम्पल लिए गये इस दौरान लोगों ने फॉर्म पर गलत, नाम, पता और मोबाइल नंबर भरा, जिससे उन्हें ट्रेस करना मुश्किल हो रहा था।
मामले में आम आदमी पार्टी के सांसद व यूपी प्रभारी संजय सिंह ने मामले में ट्वीट करते हुए कहा कि ये हो क्या रहा है योगी सरकार में? हर जिले में मरीजों के लापता होने की खबरें आ रही हैं। अब राजधानी लखनऊ में भी 2290 कोरोना मरीजों का अता-पता न होने की खबरें आ रही हैं। इतनी बड़ी खबर पर राष्ट्रीय मीडिया खामोश क्यों है?
लोग बोले- पर उपदेश कुशल बहुतेरे…
कोरोना मरीज क्यों गायब हैं? इसे लेकर सोशल मीडिया लोग जहां चिंता जाहिर कर रहे हैं वहीं, अवस्वस्थाओं पर भी सवाल उठा रहे हैं। ट्विटर यूजर श्यामजी शुक्ला लिखते हैं कि इसका कारण स्पष्ट है। सरकारी अव्यवस्था…। न स्तरीय भोजन-पानी है और न साफ-सफाई। मृत्यु ऐसे भी है और वैसे भी! पर उपदेश कुशल बहुतेरे…। सरकार अपनी व्यवस्था का स्तर सुधारे। जब लखनऊ का ये हाल है, छोटे जिलों का क्या होगा? एक और ट्विटर यूजर एडवोकेट अरुण दीक्षित कहते हैं कि लोग ऐसा इसलिए कर रहे हैं क्योंकि सरकार जबरदस्ती लोगों को जुगाड़ू और सुविधा रहित क्वारंटाइन सेन्टर में डाल दे रही है। लोगों को लगता है कि घर पर बेहतर देखभाल हो सकती है। मेरे एक मित्र जो अभी क्वारंटाइन सेन्टर में हैं, बोल रहे थे कि यहां तो मैं और बीमार हो जाऊंगा।
कोविड-19 प्रोटोकॉल फॉलो न करने पर वसूले 27 लाख रुपए
लखनऊ में रविवार को 189 व्यक्तियों ने कोविड-19 प्रोटोकॉल का उल्लंघन किया, जिनसे जुर्माने के तौर पर 70 हजार रुपए वसूले गये जिलाधिकारी अभिषेक प्रकाश ने बताया कि राजधानी में अब तक प्रोटोकॉल का उल्लंघन करने वाले 7179 लोगों से 27,13,667 रुपए का जुर्माना वसूला जा चुका है।
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