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मूलरूप से कैंट के रामदास का हाता निवासी संजय निगम शेफ किचन के नाम से रेस्टोरेंट चलाते हैं। वह परिवार के साथ गोमतीनगर इलाके में रहते थे। रामदास हाता का आवास उन्होंने किराए पर उठा रखा था। पुलिस के मुताबिक संजय निगम का पत्नी से विवाद चल रहा है। पुलिस के मुताबिक, संजय के साथ कार में मिला शव कैंट इलाके की आशा अग्रवाल का। आशा के पति की मौत हो चुकी है। एक बेटा व एक बेटी है। उनके सम्बंधों के बारे में दोनों के परिवार जानते थे। संजय निगम को भी एक बेटी व एक बेटा है। पुलिस ने महिला के पर्स से मिले बिजली बिल (Bijli Bill) से उसकी शिनाख्त की। उसके परिवारीजनों से भी पुलिस ने पूछताछ की।एडीसीपी पूर्वी एसएम कासिम आबिदी (ADCP East) के मुताबिक, कार के नंबर के आधार पर पुलिस ने मालिक का नाम व पता निकाला। कार तेलीबाग निवासी संतोष शर्मा के नाम से रजिस्टर्ड थी। संतोष ने बताया कि कुछ दिन पहले उन्होंने अपनी कार संजय निगम को बेच दी थी, लेकिन अभी कार के पेपर ट्रांसफर नहीं किये हैं।
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लाइसेंसी रिवाल्वर से चली थीं गोलियां
प्रभारी निरीक्षक कैंट नीलम राणा के मुताबिक, कार में .32 बोर की लाइसेंसी रिवाल्वर (Licence Revolver) मिली है, जिससे चार गोलियां चलने की पुष्टि हुई है। दो गोलियां मिस हो गई थीं। वहीं एक गोली युवती और एक गोली संजय को लगी थी। पुलिस ने रिवॉल्वर को कब्जे में ले लिया है।
फोरेंसिक टीम (Forensic Team) को कार के अंदर से दो पन्ने का एक सुसाइड नोट मिला है। सुसाइड नोट में संजय निगम ने अंजू नाम की महिला को जिम्मेदार बताया है। लिखा कि अंजू ने मेरी जिंदगी खराब कर दी है। वह मेरी दुकान पर कब्जा करना चाहती है। पुलिस ने सुसाइड नोट कब्जे में ले लिया है। पुलिस के मुताबिक, अंजू कौन है? यह अभी साफ नहीं हो सका है।